tag:blogger.com,1999:blog-7993318.post110554714014673357..comments2024-03-20T11:14:50.481+05:30Comments on फ़ुरसतिया: प्रेमगली अति सांकरीअनूप शुक्लhttp://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1106341138788042492005-01-22T02:28:00.000+05:302005-01-22T02:28:00.000+05:30स्वामी जी
मादा प्राणियों को छोड़ आप जैसे लोग नर प्र...स्वामी जी<br />मादा प्राणियों को छोड़ आप जैसे लोग नर प्राणियों पर क्यों लटपटाते रहते हैं?<br /><br />कांता बेनAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1106285316166790042005-01-21T10:58:00.000+05:302005-01-21T10:58:00.000+05:30बहुतै सही लिखे हो बंधू, हमरे मामला में तो त्रिभुज ...बहुतै सही लिखे हो बंधू, हमरे मामला में तो त्रिभुज की एकै भुजा रही, वाहौ आधी, तो ऐसन मा त्रिभुज कैसे पूरो होत। अपन किस्मत है। कोई कोई लोग तो और भी मुश्किल आकार बना लेते हैं, एक बार में कई सारे प्रेम करके।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10405868379585037338noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1106182921344077812005-01-20T06:32:00.000+05:302005-01-20T06:32:00.000+05:30"बहुतों से प्यार किया हमनें जिंदगी में.बहुतों का स..."बहुतों से प्यार किया हमनें जिंदगी में.बहुतों का साथ चाहा.बेकरारी से इंतजार किया.संयोग कुछ ऐसा कि ये सारे 'बहुत' नरपुंगव रहे.मादा प्राणियों में दूर-दूर तक ऐसा कोई नहीं याद आता जिस पर हम बहुत देर तक लटपटाये हो.'चुगदावस्था'ने हमारे ऊपर स्पर्शरेखा तक नहीं डाली."<br /><br />कोई शिकायत नही है, आप को आपकी जीवन-शैली मुबारक - हमे क्या लेना देना. सब कयामत के आसार हैं! राम राम राम घोर कलजुग!! वगैरह वगैरह!!!eSwamihttps://www.blogger.com/profile/04980783743177314217noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1106019736030813252005-01-18T09:12:00.000+05:302005-01-18T09:12:00.000+05:30बंधुवर,परेसान न हों.सबका ख्याल रखा जायेगा.पति का भ...बंधुवर,परेसान न हों.सबका ख्याल रखा जायेगा.पति का भी,पत्नी का भी तथा उनका भी.अगली पोस्ट तो आयेगी ही.क्या आता है वह समय बतायेगा.अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105990423528855282005-01-18T01:03:00.000+05:302005-01-18T01:03:00.000+05:30गुरूदेव
अगला भाग लिखने के चक्कर में बुनो कहानी भाग...गुरूदेव<br />अगला भाग लिखने के चक्कर में बुनो कहानी भाग तीन न भूल जाईयेगा| अगर हमारी जानकारी सही है तो आप ही पटाक्षेप करने वाले हैं ईस कहानी का| मैने तो टिवस्ट दे दिया जीतू भईया की कहानी को| पंकज तो पहला पैरा मुझे देकर अगली कहानी में लग गये| अब हम सब साथस रोककर ईंतजार कर रहे है कि आप कौनसे रस का समावेश करेंगे विभा , छाया और रवि की पति पत्नी और वो वाली कहानी में|Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105846272506210022005-01-16T09:01:00.000+05:302005-01-16T09:01:00.000+05:30प्रशंसकजी,ई 'परदाप्रशंसा' ठीक नहीं.नाम,पता लिख देत...प्रशंसकजी,ई 'परदाप्रशंसा' ठीक नहीं.नाम,पता लिख देते तो अच्छा रहता.जीतेन्दर सवाल तो न उछालते.वैसे आप भी मुझे<br />परोपकारी जीव लगते हैं जो लोगों को 'प्रेमसरोवर' में फेंक के तालियां बजाते रहते हैं.मुझे भी उकसा रहे हैं.बहरहाल मैंने अगली पोस्ट में बाकी बातें लिखने की बात पहले ही लिखी है.देखना है कि आपके जाल में फंसते हैं कि बचते हैं.अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105811077836159232005-01-15T23:14:00.000+05:302005-01-15T23:14:00.000+05:30क्या बात है, आजकल तुम्हारे अन्जान प्रशंसक बहुत बन ...क्या बात है, आजकल तुम्हारे अन्जान प्रशंसक बहुत बन गये है? <br />जीते रहो मिंया,लेख तो बढिया लिखे हो, अब इसका पोस्टमार्टम भी हमे करना पड़ेगा......चलो जल्दी ही तुम्हारा और देबाशीष भइया की रचना को शामिल कर दिये देते है, अपने अनुगूँज मे.Jitendra Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/09573786385391773022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105809960082500132005-01-15T22:56:00.000+05:302005-01-15T22:56:00.000+05:30adarniya shuklaji,
aapki lekhani mei...adarniya shuklaji,<br /> aapki lekhani mein anekon rang hain. lekin jab baat hasyaras ki aati hai to aapka jabab nahin. bhagwan nein aapki lekhni ko abhiyakti ki bharpur shakti di hai. aasha hai aapka lekhan hindi blogs ke asman mein hamesha ujjwal nachhtron ki bhanti chamakta rahega. apke lekhan ki dhara hamesha ganga nadi ki tarah prawahit hoti rahe jisse hum sabhi hindi blogpremi sinchit hote rahen aur aanand ras ka pan karte rahein.<br /> aapke blog par aab kuch baat. aapka lekh prem par us commenteter ki tarah lagta hai jisne khel ko hamesha duur se dekha par khelne ka anand(ya kasht) kabhi nahin uthaya. bandhu, khel par comment karna ek baat hai aur khelne ka sukh pana alag. agar sambhav ho to abbhi us duniyan mein pag badhakar(agar bhabhiji naraj na hon tub) prem ras mein dubki lagakar kuch likhen to baat kuch aur hi hogi.<br /> aasha hai meri baaton ko aap anyatha nahin lenge.aapki rachnaon ka main hamesha pathak rahan hoon aur hamesha rahunga. aapki aagli rachna ki pratiksha mein,<br /> aapka ek prashanshakAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105726357619411392005-01-14T23:42:00.000+05:302005-01-14T23:42:00.000+05:30धृष्टता की कोई बात ही नहीं बंधुवर.ऐसे लेख जनता की ...धृष्टता की कोई बात ही नहीं बंधुवर.ऐसे लेख जनता की संपत्ति होते हैं.हमने नामांकन किया तुमने वापस ले लिया.बात बराबर हो गयी.अब आगे कुछ और अंग्रेजी मत लिखना.हालांकि मैने लिखा था <A HREF="http://www.blogger.com/r?http%3A%2F%2Ffursatiya.blogspot.com%2F2005%2F01%2Fblog-post.html%23comments">नामांकन बंद </A>पर प्रसेन का रुख देखकर मुझे लगा कि अच्छे लेख सबकी नजर में आने चाहियें.बहरहाल,जहां तक चिट्ठाचर्चा का सवाल है वह केवल तुम्हारी प्रतिक्रया पढ़ के शुरु किया गया .जैसा सब कहेंगे वैसा कर लूंगा मैं.सहयोग तो हम देख रहे हैं कितना मिल रहा है.सब जलेबी,मिठाई खाने में जुटे हैं यहां अंग्रेजी पढ़ते-पढ़ते खोपड़ी भन्ना गयी.अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105719005070916372005-01-14T21:40:00.000+05:302005-01-14T21:40:00.000+05:30अनूप भाई
धृष्टता के लिए क्षमा कीजिएगा| मैने ब्लागम...अनूप भाई<br />धृष्टता के लिए क्षमा कीजिएगा| मैने ब्लागमेला से अपना नामांकन वापस ले लिया है| पर मैं चिठ्ठा चर्चा का प्रबल समर्थक हूँ| यदाकदा मैं भी अंग्रेजी चिठ्ठो की समीक्षा लिखूँगा| मेरे विचार से चिठ्ठा चर्चा और बुनो कहानी दोनो को प्रस्तावित ब्लागजीन में समाहित कर देना चाहिए|Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7993318.post-1105710190661104652005-01-14T19:13:00.000+05:302005-01-14T19:13:00.000+05:30जय हो गुरूदेव , क्या लिखा है| पटुष के बाद यह अगला ...जय हो गुरूदेव , क्या लिखा है| पटुष के बाद यह अगला झकास आईटम निकला| ब्लागस्पाट के टेम्पलेट से लड़कियों के तुलना , मजा आ गया|Atul Arorahttps://www.blogger.com/profile/00089994381073710523noreply@blogger.com