फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
Thursday, March 30, 2017
हमें समाज ने जो दिया है; कम से कम तो उतना तो वापस देना ही चाहिए- आरिफ़ा एविस
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[आरिफा एविस हिन्दी व्यंग्य की सबसे युवा हस्ताक्षरों में से एक हैं। मूलत: हरदोई की रहने वाली आरिफ़ा की पढाई-लिखाई मित्रों की मदद से दिल्ली ...
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Monday, March 27, 2017
कैदी भिड़ गये जेल में
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कैदी भिड़ गये जेल में, सबने काटा खूब बवाल, रिश्वत बिन भर्ती न हुआ, वही हो गया लाल। गुटका दफ़्तर में बैन हुआ, कैसे होगा अब काम, ’थूक-पीक’ ब...
परसाई जी के पंच
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1. जिसे जुआखाना चलाना चाहिए वह मंत्री है, जिसे डाकू होना चाहिए वह पुलिस अफसर है, जिसे दलाल होना चाहिए वह प्रोफ़ेसर है, जिसे जेल में होना ...
Sunday, March 26, 2017
घटिया कविता/व्यंग्य गिरोह
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कल रात जब हम सोते हुये एक बढिया सा सपना देख रहे थे। क्यूट एन्ड स्वीट टाइप।हमारे साथ हमारी कविता के कोमल , सुकोमल बिम्ब भी थे। अचानक कुछ ...
घटिया कविता/व्यंग्य गिरोह
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कल रात जब हम सोते हुये एक बढिया सा सपना देख रहे थे। क्यूट एन्ड स्वीट टाइप।हमारे साथ हमारी कविता के कोमल , सुकोमल बिम्ब भी थे। अचानक कुछ ...
आरिफ़ा एविस के व्यंग्य संग्रह ’शिकारी का अधिकार’ के कुछ पंच
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आरिफ़ा एविस हिन्दी व्यंग्य के सबसे नयी लेखिकाओं में हैं। उनका पहला व्यंग्य संग्रह ’शिकारी का अधिकार’ पिछले साल प्रकाशित हुआ। आरिफ़ा के व...
Monday, March 20, 2017
चुनाव के बाद
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चुनाव के बाद होने वाली हरकतों के बारे में गदर मतभेद हैं। कुछ लोग कहते हैं चुनाव के बाद सरकार बनती है। दीगर लोग मानते हैं कि चुनाव के बाद ...
Saturday, March 18, 2017
पंचबैंक
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1. जो याचक है,पीड़ित है, परेशान है उसे घंटा बजाना आना चाहिए। Brajesh Kanungo 2.पर-निंदा एकदम मीठे खाज की तरह होती है | इसे जितना ...
Friday, March 17, 2017
पंचबैंक
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पंचबैंक/धांसू डायलॉग ------------------------- 1. हर ऐसी मुहिम पर शक करो, फ़जीहत भरी जानो जिसके लिये नये कपड़े पहनने पड़ें। 2. मूंगफ़ली और...
Wednesday, March 15, 2017
सोचते रहते हैं ऐसा आवारगी के बारे में
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एक दिन दफ़्तर जा जाते हुये कुछ बाबा लोग दिखे। विजय नगर चौराहे के पहले। एक हाथी पर पूरा राज-पाट टाइप लादे चले जा रहे थे। घड़ी देखी। पांच मिनट...
Tuesday, March 14, 2017
सब जगह तो पैसे का जोर है
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आज दोपहर शास्त्री नगर तक गये। पंजाब नेशनल बैंक में भाईसाहब से मिलने। गाड़ी नीचे ही खड़ी कर दी। फ़ुटपाथ पर एक सरदार जी अपनी खराद के कारखाने ...
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