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आलोक और जगदीश भाटिया के चिट्ठे ब्लागवाणी पर वापस
By फ़ुरसतिया on October 28, 2007
कल संजय बेंगाणी की पोस्ट से जनता को जानकारी हुयी कि ब्लागवाणी से आदि चिट्ठाकार आलोक और जगदीश भाटिया का चिट्ठा हट गया है। इसके पहले विपुल जैन का चिट्ठा भी हटा था। इसके पीछे ब्लागवाणी और चिट्ठाजगतकी आपसी तनातनी बताई गयी। यह भी ब्लागवाणी से जुड़े लोगों के चिट्ठे भी चिट्ठाजगत से हटाये गये (जिसके लिये आलोक ने बताया कि चिट्ठाजगत से कोई चिट्ठे नहीं हटाये गये।)
बहरहाल, कल और आज मैंने मैथिलीजी से तथा आलोक से भी बात की। मैथिलीजी ने तुरन्त आलोक और जगदीश भाटिया के चिट्ठे ब्लागबाणी में जोड़ने का आश्वासन दि्या। प्रदीप जैन जी के चिट्ठे के बारे में उनका कहना था कि उन्होंने फोटोब्लाग होने के कारण इसे रखा नहीं/हटा दिया। ब्लागवाणी में उनके भी फोटो ब्लाग शामिल नहीं हैं। मुझे लगता है कि उनके इस कदम से तमाम अनावश्यक बयानबाजी थम जायेगी।
ब्लागवाणी से जुड़े चिट्ठों के बारे में हालांकि आलोक का कहना है कि वे चिट्ठाजगत से हटाये ही नहीं गये हैं। किसी भी किसिम की परेशानी होने पर तुरन्त आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
मैं ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत के संचालकों का आभारी हूं कि इस बारे में उन्होंने मेरी बात को खुले मन से सुना।
इस समय हम लोगों को यह भी सोचना चाहिये कि हम अपनी नीतियां और नियम कैसे बनायें ताकि इस तरह की घटनायें बचाई जा सकें। सभी से अनुरोध है कि इस बारे में ठंडे मन से ईमानदारी से सोचते हुये अपनी नीतियों और व्यवहार पर विचार कर सकें तो करें। यह भी सोचें कि नेट भी ऐसा ही माध्यम है जहां देर-सबेर सब बातें खुल ही जातीं हैं।
आखिर ब्लाग नहीं होगा तो ब्लाग संकलक क्या करेगा। है कि नहीं ?
Posted in सूचना | 12 Responses
but great work on your part sir