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Browse: Home / पुरालेख / लईया, गट्टा से मिली, खील-बतासा साथ
आंखें बोली -बेटा आंसू! निकलो जरा होंठ तक जाओ,
वो बोला- जईबे अम्मा, पहिले गाल से कचरा क्रीम का हटवाओ!
प्रदूषण हर तरफ़ फ़ैला है।
तेरे बिना जी नहीं सकता, सह नहीं सकता तेरी जुदाई,
ओके तुम इंतजार करो , मैं एक मैरिज कांट्रैक्ट निभा के आई।
बस चार साल का मामला है।
वो मेरे ख्याल में रहता है, मैं उसे ओढ़ती हूं-बिछाती हूं,
जब भी मिला है सपने में, मैं उसे हचक के हड़काती हूं।
लिव-इन का मामला बनेगा क्या वकील साहब?
शहर से पचास-पचास गांव दूर जब कोई बच्चा खिलखिलाता है,
मां बरजती है-चुप होजा बेटा हंसने से सेंसेक्स गिर जाता है।
ये सेंसेक्स बड़ी छुईमुई चीज है!
सेंसेक्स खड़ा बाजार में, लिये सभी से बैर,
गिरा अभी जो और तू, नहीं किसी की खैर!
जरा संभल के चल बच्चा!
लईया, गट्टा से मिली, खील-बतासा साथ,
दीपक बाती संग में, फ़ुलझड़ी से हुआ उजास!
दीपावली मुबारक हो।
वो बोला- जईबे अम्मा, पहिले गाल से कचरा क्रीम का हटवाओ!
प्रदूषण हर तरफ़ फ़ैला है।
” ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha Anup jee to aapne apna kmal dikha hee diya….. hum to smej gye, fir bee ager ye btaa daite kee aapko ye lines likhne ke inspiration khan se milee to soney pe suhaga ho jata, vaise aacha lga jordar humor se navaja hai aapne ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha ha wah”
Regards
सेनसेक्स गिरकर सौ के आसपास आने वाला है, पईसा बचाकर रखिये।
शहर से पचास-पचास गांव दूर जब कोई बच्चा खिलखिलाता है,
मां बरजती है-चुप होजा बेटा हंसने से सेंसेक्स गिर जाता है।
ये सेंसेक्स बड़ी छुईमुई चीज है!
हम तो फुरसत से पढ़ने आए थे और निकली इतनी छोटी पोस्ट !
दीपावली की शुभकामनाएँ ।
घुघूती बासूती
पर एक बात कहानी पड़ेगी की.. लाजवाब ! दीपावली की शुभकामनाएं !
गिफ़टो में अब तो भैय्या ऊँची ड्राई फ्रूट की जात है
आपको दीपावली की शुभकामनाये ….छुट्टी के मौसम में कवि !
सोहनलाल रिरियायै रहे भईया कछु जो एडवांसै मिली जात
अड़ोसिन पड़ोसिन का तनि देखावै तो पड़ी दिवाली की बात
बज़ारन मा भरा पड़ा है खील बतासा गट्टा लाई
लड़कै निहारि आवत हैं हमरे पास न एक्कौ पाई
तो गुरू जी, हम तो आपकै टिप्पणी डिब्बा में घुस के
सोहनलाल के लिये एक संदेश छोड़े जा रहें हैं, दे देना
हम सभी ब्लागर बिरादरी की ओर से..
तुम सबको दीपावली की हार्दिक संवेदनायें
झक्कास! लगे रहो प्रभु। दीपावली की शुभकामनाएं।
घर की सफाई कर लिए?
आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !
और तुम भी मत लिखना नही तो कानपुर का गब्बर आ जायेगा तुरत लिखा और फ़ुरसतीया फ़ुरत हाजिर ॥हा हा हा
दीपावली की हार्दिक बधाई !! ज्योति का यह पर्व आपके जीवन से निराशा का तम नष्ट करके आपको आशा उत्साह शांती प्रगती रुपी ज्योति प्रदान करे ॥
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं . वैसे आपके ब्लॉग पर तो सदा दिवाली रहती है .
वो मेरे ख्याल में रहता है, मैं उसे ओढ़ती हूं-बिछाती हूं,
जब भी मिला है सपने में, मैं उसे हचक के हड़काती हूं।
लिव-इन का मामला बनेगा क्या वकील साहब?
सादर
AKASH की हालिया प्रविष्टी..दीपावली – एक दिया ऐसा हो
प्रणाम.
दिवाली मंगलमय हो.