#सूरज
भाई चाय पीते हुये अपनी किरणों की अठखेलियां कनखियों से देखते जा रहे थे।
एक बच्ची किरण पेड़ की उंची फ़ुनगी पर चढने की कोशिश कर रही थी। पत्तियां
हिलने लगीं। सूरज भाई के चेहरे से लग रहा था कि कलेजा मुंह में आ रहा होगा।
बुदबुदाते हुये बोले- क्या करती है नटखट बच्ची? कहीं गिर गयी तो चोट लग
जायेगी। उनकी आंखें बच्ची किरण से सेफ़्टी बेल्ट सरीखी चिपक गयीं। फ़ुनगियों
पर सबसे ऊंची पत्ती पहुंचकर बच्ची मुस्करायी तो सूरज भाई का चेहरा डबल
चमकने लगा। किरण ने सूरज भाई को उड़न पुच्ची (फ़्लाइंग किस ) भेजी। । किरण
बच्ची की देखा देखी बाकी सब किरणें भी सब तरफ़ पसरकर आपस में धौल-धप्पा करते
हुये खिलखिलान लगीं। सूरज भाई सबको देखकर मुस्कराते हुये चाय पीते रहे।
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