फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
Sunday, March 30, 2014
नदी का पाट स्टेडियम सरीखा
नदी का पाट स्टेडियम सरीखा फैला दिख रहा था जिस पर नदी की लहरें सूरज की किरणों के साथ मिलकर उछल कूद रहीं थीं.
Dhirendra Pandey
निरमा का विज्ञापन
30 मार्च पर 10:47 अपराह्न
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