फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
Wednesday, May 28, 2014
अच्छे दिन की अगवानी
अच्छे दिन की अगवानी के लिए निकले लोग।
Avinash Pandey
,
Rajkrishna Dikshit
,
Kumkum Tripathi
और
32 अन्य
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Krishn Adhar
साहित्यकार आत्मा का गुप्तचर होता है-को आप यह वताकर सच सिद्ध कर रहे हैं कि यह राह चलते लोग किसलिये निकले हैं।
28 मई पर 09:12 पूर्वाह्न
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Skdubey Dubey
ACCHI SADAK SE NIKLE LOG KA ACCHE DIN KI AGVANI HAI. KITNA ANUP HAI.
28 मई पर 09:25 पूर्वाह्न
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Nirupma Pandey
agvani ?? ki suraj dada ke prakop se bach kar bhagne ki koshish
28 मई पर 12:28 अपराह्न
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अरुण अरोड़ा
आज से पहले बुरे दिनों के खात्मे के लिए निकलते ठे .
28 मई पर 12:58 अपराह्न
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महेंद्र मिश्र
Kab ayege achchhe din ...
28 मई पर 07:35 अपराह्न
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