फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
Thursday, June 05, 2014
अच्छे दिन के इन्तजार में
अच्छे दिन के इन्तजार में पुलिया पर गुमसुम बैठे भाईसाहब।
Nirupma Pandey
गुमसुम नहीं हें मुस्कुरा रहे हें
5 जून पर 06:05 अपराह्न
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2
Reena Mukharji
5 जून पर 07:16 अपराह्न
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Skdubey Dubey
RETIREMENT LOG AKSAR GHAR KE ASPAS PULIA PER LAGBHAG DO CHAR EK SATH BAITH KAR SAMAY KAT TE HAI APANI APANI BATE.
5 जून पर 09:23 अपराह्न
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Naveen Raman
पुलिया पुराण वाया अच्छे दिन
5 जून पर 10:05 अपराह्न
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