रावण के ऐश ज्यादा राम से उनका भत्ता भी डबल,
बताओ भला बुराई पे अच्छाई की जीत हो तो हो कैसे।
आज होते रावण तो उनको लोकायुक्त ही निपटा देते,
आय से अधिक सम्पत्ति में फ़ौरन कुर्सी चली जाती।
रावण का रथ बिक गया है मंहगे तेल के चलते,
अब वो राम के साथ आटो में शेयर करके आते हैं।
राम औ रावण हड़ताल पर हैं, रामलीला ठप्प है,
वे भत्ता छठे पे कमीशन के हिसाब से मांग रहे हैं।
राम मुस्कराते हैं, रावण अट्टहास करता है,
पाश भक्त भी कहते हैं- बीच का रास्ता नहीं होता।
राम-रावन मिले मंच पर औ पूछा-हाऊ डु यू डू,
इसके बाद दोनों बोले- हैप्पी दशहरा, सेम टु यू ।
-कट्टा कानपुरी
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