आज सुबह इंद्र अवस्थी का फोन आया। बोले आ जाओ। अपने मौसा के यहां टिके थे। सुबह जाने का मूड नहीं हुआ। सो टाल गए। फिर दोपहर को इंद्र पधारे। हमने अपने कालेज के Rajiv को भी बुला लिया। राजीव एक साल की ट्रेनिंग के लिए इंग्लैण्ड जाने वाले हैं। Amar Upadhyay वहीं हैं।सबके चर्चे होते रहे। फिर अपने सीनियर डॉ शुक्ल को भी बुला लिया गया। शुक्लजी 1983 में सिविल इंजीनियरिंग से पास हुए। फिर होम्योपैथिक डॉक्टरी का ऐसा मन बना कि सिविल इंजीनियरिंग छोड़कर फुलवक्ती डॉक्टर बन गए। सब मिले तो खूब यादें साझा हुई। पूना वाले शुक्लजी 1984 सिविल और Jyoti Shukla से भी बातचीत हुई।
बातचीत के बाद इंद्र अवस्थी और शुक्ल जी ने गाने सुनाये। अवस्थी ने शिकायत
की कि शुक्ल जी ने 1982 में रैगिंग के दौरान दो जुलुम किये एक तो गाने खूब
सुने दूसरे यह कि बार बार टोका कि ये स्केल ठीक नहीं वो सुर गड़बड़। शुरुआत
शुक्लजी ने लोकगीत 'सावन में लोर-लोर, भादों में घटा घोर 'लोकगीत से की।
फिर अवस्थी ने सुनाया 'भौंरे की गुंजन है मेरा दिल' इसके बाद शुक्ल जी ने
गीत 'ये है जीवन की रेल ये है तूफान मेल' सुनाया। जिस पिक्चर में किशोर
कुमार और मधुबाला ने यह गीत गाया था वह फ़िल्म 'ख़्वाबों के महल' रिलीज जी
नहीं हुई। इसके बाद अवस्थी ने सुनाया- 'फूलों के रंग से दिल की कलम से
तुझको लिखी रोज पाती'।
जब ये गाने हो रहे थे तो उपाध्याय का जिक्र आया और उनके बहुचर्चित (बकौल इंद्र अवस्थी बहुहूटित) गाने -राही मनवा दुःख की चिंता क्यों सताती है,दुःख का तो तेरा साथी है' का जिक्र आया। उपाध्याय को फोन पर इंद्र अवस्थी का गाना सुनाया गया और कहा गया कि वो राही मनवा गाना रिकार्ड करके भेजे। उपाध्याय ने कुछ देर में गाना भेज दिया। सब गाने अलग से अपलोड किये जा रहे हैं।
इस बीच राजीव कुमार के प्रमोशन की खबर की चर्चा भी हुई। हमने घोषणा की कि इतने कालेज सीनियर्स के एक साथ दर्शनलाभ हुआ तुमको आज। तुम्हारा प्रमोशन आज ही आ जाना चाहिए। वही हुआ। शाम तक राजीव उप महाप्रबन्धक पद से प्रोन्नत होकर संयुक्त महापबन्धक हो गए।
पानी बरसते में शुकुल जी और इंद्र अवस्थी विदा गए।पुलिया पर फोटो खिंचवाने का शौक इंद्र ने हाथ सर पर छाते की तरह रखकर पूरा किया।
इस तरह एक यादगार दिन बीता।
https://www.youtube.com/watch?v=XqxgEafXmrA
https://www.youtube.com/watch?v=VCxiBNGkHkQ
https://soundcloud.com/user-325844866/0scrlyfah1cd
http://www.11943915_10206343466438990_2112796445_n.mp4/
https://www.youtube.com/watch?v=grRhOCwpAB0
जब ये गाने हो रहे थे तो उपाध्याय का जिक्र आया और उनके बहुचर्चित (बकौल इंद्र अवस्थी बहुहूटित) गाने -राही मनवा दुःख की चिंता क्यों सताती है,दुःख का तो तेरा साथी है' का जिक्र आया। उपाध्याय को फोन पर इंद्र अवस्थी का गाना सुनाया गया और कहा गया कि वो राही मनवा गाना रिकार्ड करके भेजे। उपाध्याय ने कुछ देर में गाना भेज दिया। सब गाने अलग से अपलोड किये जा रहे हैं।
इस बीच राजीव कुमार के प्रमोशन की खबर की चर्चा भी हुई। हमने घोषणा की कि इतने कालेज सीनियर्स के एक साथ दर्शनलाभ हुआ तुमको आज। तुम्हारा प्रमोशन आज ही आ जाना चाहिए। वही हुआ। शाम तक राजीव उप महाप्रबन्धक पद से प्रोन्नत होकर संयुक्त महापबन्धक हो गए।
पानी बरसते में शुकुल जी और इंद्र अवस्थी विदा गए।पुलिया पर फोटो खिंचवाने का शौक इंद्र ने हाथ सर पर छाते की तरह रखकर पूरा किया।
इस तरह एक यादगार दिन बीता।
https://www.youtube.com/watch?v=XqxgEafXmrA
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