Wednesday, November 13, 2019

अमेरिका में माई डियर फ्रेंड

वाशिंगटन डीसी उतरकर सबसे पहले स्टारबक्स की दुकान में काफ़ी पी गयी। बाद इसके स्टेशन पर जगह-जगह खड़े होकर 'ताकि सनद रहे के इरादे से' फोटो बाजी की गई।

इसके बाद स्टेशन के सामने ही कैपिटल हिल की तरफ चल दिए। हमको बताया गया था कि कुछ ही संसद की इमारत है। फिर कुछ दूरी पर नेशनल माल है। उसके दोनों तरफ कई सारे म्यूजियम हैं । उसके बाद व्हाइट हाउस , वाशिंगटन टॉवर, लिंकन मेमोरियल आदि स्मारक हैं।
सोमवार का दिन होने के बावजूद सड़कों पर भीड़ बहुत कम थी। न के बराबर। पता चला कि 11 नवम्बर को यहां' वेटरन्स डे' था। इस दिन उन शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है जिन्होंने देश की आजादी की रक्षा के लिये अपनी जान दी।' वेटरन्स डे' होने के चलते कल 11 नवम्बर को छुट्टी थी। इसीलिए सड़कों पर भीड़ भी कम।


पहले हम 10 नवम्बर को आने वाले थे यह सोचकर कि इतवार को तसल्ली से घूमेंगे। लेकिन लौटने का टिकट न मिलने के चलते सोमवार को आये। संयोग कि उस दिन छुट्टी होने के चलते हमारा घूमना आसान हो गया।
स्टेशन के पास ही अमेरिकी संसद की इमारतें हैं। लोकसभा राज्य सभा की तर्ज पर कई इमारतें हैं यहां।
बड़ी-बड़ी इमारतों को देखने और देखने से ज़्यादा उनके साथ फोटो खिंचाने का लालच उनके पास तक ले जाता हैं। लेकिन जब पास पहुंचते हैं तो पता चलता है कि इमारत की तुलना में हम तो कुछ नहीं। फिर कलाकारी करते हुए इधर-उधर करते हुए फोटो ली जाती हैं। कुछ अच्छी आ जाती हैं, बाकी स्वाभाविक। उनमें से कुछ को सोशल मीडिया का मंच मिल जाता है। बाकी की कैमरे के अंधेरे में घुटती रहती होंगी।


वहीं अमेरिका का सुप्रीम कोर्ट भी है। उसके बगल में लाइब्रेरी। सुप्रीम कोर्ट, संसद और शायद लाइब्रेरी भी बंद थी। लाइब्रेरी की इमारत के सामने लगी मूर्तियों के सामने खड़े होकर हम अपनी फोटो खींच रहे थे। एक -दूसरे की फोटो खींचते हुए हम सेल्फिया भी रहे थे। हमको एक-दूसरे की फोटो खींचते देखकर उधर से गुजरता एक जोड़ा वहां रुक गया। पुरुष ने पूछा -'तुम लोगों की साथ में खींच दें फोटो?' हममें शुक्रिया अदा करते हुए फोटो खिंचाई।
हमारे 'थैंक्यू' के जबाब में उसने 'हैव ए नाइस डे' उछाला और आगे चल दिया । हमने पूछा -'आप लोगों की फोटो भी खींच दें?' वह यह कहते हुए साथी के साथ आगे चल दिये -'नो नो , वी आर प्रोटेस्टिंग अगेंस्ट ट्रम्प। वी आर मेक्सिकन। वी डोंट वांट ट्रम्प।'


हमने सोचा हम भी कुछ बयान जारी कर दें ट्रम्प के बारे में लेकिन फिर यह सोचकर कि यह उनका आंतरिक मामला है हमने कुछ कहा नहीं। मुस्करा के रह दिए। मुस्कान इंसान की खूबसूरती बढाने के साथ-साथ तमाम तरह की उलझनों, बवालों से बचाती है। इंसान अगर सही समय पर ठीक से मुस्कराना सीख ले तो जिंदगी आसान हो जाती है।
जाने के पहले वे हमको नेशनल मॉल का रास्ता बताते गए। हम उनके बताए रास्ते पर चल दिये। वहीं कुछ स्कूली बच्चे आते दिखे। किसी हाईस्कूल के बच्चे। स्कूल ड्रेस में। शायद म्युजियम देखने आए थे। चहकते, किलकते बच्चे बहुत प्यारे लग रहे थे। बच्चे हर देश के प्यारे लगते हैं।


आगे एक जगह एक काउंटर पर बैठी एक बालिका लोगों को गाइड कर रही थी। हमने भी उसकी सहायता ली। उसने हमको सही रास्ता बताने से पहले कहा -' यू आर गोइंग आन द अदर वे माई डियर फ्रेंड'। रास्ता बताने के साथ ही उसने हमको एक नक्शा थमा दिया। इस नक्शे में सभी इमारतों की स्थित बनी थी। इसके बाद उसने हमसे पूछा -'एनी थिंग मोर कैन आई डु फॉर यू?'
यह याद करके कि हमको वह माई डियर फ्रेंड बोली है
हमारा मन किया कि बालिका से कहें -'माई डियर फ्रेंड (जो भी हो तुम ) हम बार-बार रास्ता भूल जाते हैं। तुम हमको साथ चलकर घुमा दो न। कौन हमको रोज-रोज आना है।'

लेकिन फिर यह सोचा और सही ही सोचा कि उसके कहने का मतलब यह नहीं था कि वह हमारे लिए कुछ करना चाहती है । उसका मतलब तो यह था कि इतना बता दिया अब आगे बढ़ो।


सही मतलब समझते ही हम तेजी से आगे बढ़ गए।
नेशनल मॉल पर पहले बॉटनिकल गार्डन पड़ा। उसके आगे एयर एन्ड स्पेस म्यूजियम। इस म्यूजियम में मानव सभ्यता ने उड़ान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में कितनी तरक्की की है इसका विवरण विस्तार से दिया है।
हम म्यूजियम में बिना टिकट घुस गए। बिना टिकट इसलिए कि म्यूजियम देखने के लिए कोई टिकट नहीं था।

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