हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
कानपुर के हमारे प्रिय गीतकार विनोद श्रीवास्तव जी कुछ दिन पहले शाहजहाँपुर आए। उनसे मिलना भी हुआ । विनोद जी के कुछ गीत रिकार्ड किए। उनमें से एक मुक्तक यहाँ पेश है।
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