उनकी बात का लब्बोलुआब तो एक ही था,
कामा-फ़ुलस्टाप पर वे घंटों बहस करते रहे।
जब भी मुझे वो प्यार से बर्फ़ी खिलाता है,
उस दिन और दिनों से ज्यादा ही सताता है।
मियां अब तो तुम वीआईपी हो गये हो
बेवकूफ़ियां जरा कुछ ज्यादा किया करो।
-कट्टा कानपुरी
कामा-फ़ुलस्टाप पर वे घंटों बहस करते रहे।
जब भी मुझे वो प्यार से बर्फ़ी खिलाता है,
उस दिन और दिनों से ज्यादा ही सताता है।
मियां अब तो तुम वीआईपी हो गये हो
बेवकूफ़ियां जरा कुछ ज्यादा किया करो।
-कट्टा कानपुरी
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