ऐसे पेन का क्या फ़ायदा जिसमें रौशनाई(स्याही) न हो,
वो मोहब्बत किस काम की जिसमें *जुदाई न हो!
*मोहब्बत में धोखे के समर्थक ’ जुदाई ’ के स्थान पर बेवफ़ाई पढ़ें।
हमारी चिरकुटइयां देखकर हमें बहुत काबिल न समझ,
कहीं कोई ऊंची बात निकल गयी तो देखते रह जाओगे!
हमने तो आदतन बेवकूफ़ी की कुछ बात कही,
वे भी आदतन ही बोले-वाह, बहुत खूब ,फ़िर से कहो।
-कट्टा कानपुरी
वो मोहब्बत किस काम की जिसमें *जुदाई न हो!
*मोहब्बत में धोखे के समर्थक ’ जुदाई ’ के स्थान पर बेवफ़ाई पढ़ें।
हमारी चिरकुटइयां देखकर हमें बहुत काबिल न समझ,
कहीं कोई ऊंची बात निकल गयी तो देखते रह जाओगे!
हमने तो आदतन बेवकूफ़ी की कुछ बात कही,
वे भी आदतन ही बोले-वाह, बहुत खूब ,फ़िर से कहो।
-कट्टा कानपुरी
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