आज तो आप सोमवार की तरह चमक रहे हो #सूरज भाई! गुडमार्निग होते ही हमने #सूरज भाई से कहा।
तुम बातें बहुत बना लेते हो- थोड़ा गला फ़ाड़कर बोलने का रियाज कर लो राजनीति में अच्छा स्कोप है #सूरज भाई मुस्कराते हुये बोले।
मजाक करने को हमीं मिले हैं सुबह-सुबह! ये लो चाय पियो।-- हमने कहा!
तुम बातें बहुत बना लेते हो- थोड़ा गला फ़ाड़कर बोलने का रियाज कर लो राजनीति में अच्छा स्कोप है #सूरज भाई मुस्कराते हुये बोले।
मजाक करने को हमीं मिले हैं सुबह-सुबह! ये लो चाय पियो।-- हमने कहा!
मजाक नहीं सच्ची कह रहे हैं भाई! जित्ती बेवकूफ़ी की बातें वे राजनीति वाले
पैसा खर्चा करके दूसरों से लिखवाकर करते हैं उत्ती तो तुम फ़्री -फ़ंड में,
मजाक-मजाक में कर लेते हो। -#सूरज भाई चाय की चुस्की लेते हुये बोले।
सूरज भाई मुस्करा रहे हैं। दिन खिल रहा है।
सूरज भाई मुस्करा रहे हैं। दिन खिल रहा है।
- Neeru Sharma, Shashi Sohan Sharma, Naveen Tripathi और 43 अन्य को यह पसंद है.
- Kajal Kumar आप सूरज से इत्ती बात करते रहते हो मानो किसी बच्चे को दीवार की तरफ मुंह करके खड़ा होने की सज़ा दी गई हो और वह दीवार से ही बातें करने लगे
- Dhiru Singh आज आपका धन्यवाद । आपने सूरज जीको जल्दी फ्री कर दिया जिससे वह हमारे यहाँ आ गए है नाश्ता करने । बहुत दिनों बाद । और कह रहे है सिर्फ चाय पिला कर टरका देते है जबलपुर के शुक्ला जी
- Sudhir Malik शुक्ला जी, आप चंद्रमा के लिए बात नहीं कर रहे? वह भी ठंड में बाहर आपका इंतज़ार कर रहा है.
- Mazhar Masood आज सूर्य महाराज यहाँ भी तशरीफ़ लाए और हमारा शहर भी धन्य । हो गया असली लाभ आप ले रहे हैं आपकी लेखनी की धार ते़ज हो रही है
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