मानसून लेट हुआ। पानी की किल्लत। लोग दूर दूर से पानी भरभर कर ले जा रहे हैं। खंडवा के पास का एक गाँव।
- अनूप शुक्ल इंतजाम देख रहे हैं कि कहाँ-कहाँ पानी पहुंचना है मंगलग्रह पर पानी मिलने के बाद।Sanjay Chandwani
- Krishn Adhar खंडवा-माने माखनलाल चतुुर्वेदी-माने प्राण के वाग में प्रीति की पंखिनी वोल वोली सलोने कि मैं आ गई।वारहवी कच्छा का उफनता कैशोर्य,और ....
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