1. घण्टी बजते ही चोंगा नहीं उठाना चाहिये। जब घण्टी थक जाये और आराम करने लगे , तब उठाना चाहिये। इससे यह प्रभाव पड़ेगा कि आपके पास फ़ोन आते ही रहते हैं।
2. जो कायर होता है, वह धोखे से छिपकर हमला करता है। बहादुर ऐलान करके दुश्मन को सावधान करके जाता है। सरकार बहादुर है, वह धोखे से किसी को नहीं पकड़ती। रात के सन्नाटे में पुलिस की सीटी सुनता हूं, तो समझ जाता हूं कि सरकार कह रही है- चोरों, अब हम आ रहे हैं। चोरी कर ली हो तो जल्दी भागो। हम अगर पकड़ लेंगे, तो जेल में डाल देंगे। चोर कायर होता है। वह भाग जाता है और मैं सुनता हूं कि सरकार दूसरी सड़क ओअर बहादुरी से सीटी बजाती चली जा रही है।
3. यह कम्बख्त इनकम-टैक्स स्वर्ग से भी आदमी को खींच लाता है। स्वर्ग में इन्कम-टैक्स लगता हो और नर्क में नहीं , तो कम-से-कम मैं तो नर्क में रहना पसन्द करूंगा, आप अपनी जानो । स्वर्ग वहीं है , जहां इन्कम टैक्स का झगड़ा न हो।
4. प्राचीन काल के लोग इतना तत्व-चिन्तन कर लेते थे। अगर तब इन्कम टैक्स मुहकमा होता तो वे तत्वचिन्तन छोड़कर हिसाब बनाने में ही त्रिकालदर्शी बुद्धि का उपयोग करते। वेदव्यासजी, क्या महाभारत लिख रहे हैं? नहीं वत्स, गणेश जी से इन्कम टैक्स का रिटर्न बनवा रहा हूं।
5. इस देश के आदमी की मानसिकता ऐसी कर दी गयी है कि अगर उसका भला भी करो, तो उसे शक होता है कि किसी और का भला किया गया है।
6. इस देश में पुल बनाने की एक नयी तकनीक चल पड़ी है, जिसमें सीमेन्ट की जगह ईमान का इस्तेमाल किया जाता है- और ईमान अच्छी क्वालिटी का अभी बनता नहीं। इसीलिये निर्माण के बिल के साल भर के बाद गिराने के बिल का भुगतान हो जाता है।
7. उधार की रोशनी वाले भी मुझे अच्छे नहीं लगते। चांद उधारी की रोशनी से चमकता है।
8. बहुत लोग हैं, जिनका व्यक्तित्व जब मुंह उघाड़ने लगता है, तो वे किसी की महिमा का कनटोप पहन लेते हैं।
9. मरे की अपेक्षा जीवित की महिमा ढोना कठिन तो है, पर उससे फ़ायदा ज्यादा होता है।
10. महिमाशाली किसी गधे को पकड़कर उसकी पीठ पर अपनी महिमा का चन्दन लादकर बेचता फ़िरता है।
11. लादने वाला जितना उत्सुक होता है, उतने ही उत्सुक लदने वाले भी होते हैं। कोई-कोई मैंने ऐसे देखे हैं , जो बेझिझक जिन्दगी भर दूसरे का गोबर लादते हैं।हैं।
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