फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
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परसाई जी
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परसाई जी
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Thursday, September 23, 2021
मठाधीश और सम्पन्न साधु तो भोगी होते हैं - परसाई
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प्रश्न: संन्यास लेकर जो मठाधीश , महंत, या धर्म के उपदेशक हो जाते हैं क्या उनकी इच्छायें वास्तव में मर जाती हैं? -नरसिंहपुर से विजय बहादुर उत...
Wednesday, August 11, 2021
परसाई - विषवमन धर्मी रचनाकार
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परसाई जी के चुटीले और बेधक व्यंग्य लेखन के पीछे क्या कारण थे और एक हाई स्कूल का मास्टर किस तरह देश का प्रख्यात व्यंग्य लेखक बना यह जानने क...
Tuesday, August 10, 2021
गर्दिश के दिन -परसाई
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[आज परसाई जी की पुण्यतिथि के मौके पर परसाई जी का यह लेख पढ़ें- 'गर्दिश के दिन' । यह लेख परसाई जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर लिखे...
Monday, November 16, 2020
परसाई के पंच-103
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1. जब तक किसी बड़े आदमी की एक-दो रखैल नहीं होतीं तब तक वह इज्जतदार नहीं माना जाता। 2. बाहर देश का नाम ऊंचा होने से उस देश के आदमी को भूख नह...
परसाई के पंच-102
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1. बिना व्यवस्था में परिवर्तन किये, भ्रष्टाचार के मौके बिना खत्म किये और कर्मचारियों को बिना आर्थिक सुरक्षा दिये, भाषणों, सर्कुलरों, उपदेश...
परसाई के पंच-101
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1. इतिहास जब आगे बढ़ता है तो उसके पहिये को पकड़कर रोकनेवाले के हाथ टूट जाते हैं। 2. मैं लेखक छोटा हूं, मगर संकट बड़ा हूं। एक तो बड़ा संकट मैं...
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