फ़ुरसतिया

हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै

Sunday, November 14, 2021

हमारी आवश्यकतायें बहुत थोड़ी थीं

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  हमारी आवश्यकतायें बहुत थोड़ी थीं और मुझे जरूरत के मुताबिक कमा लेने की अपनी शक्ति में विश्वास था। मुझे सबसे बड़ी चिन्ता यह थी कि मेरी माताजी ...
Friday, November 12, 2021

दुनिया से अलगाव अपने में कैदखाना है

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'नियम तोड़ने की सजा जेल । जेल के नियम तोड़ने की सजा अलकाट्राज।' यह उक्ति अलकाट्राज जेल की दुर्गंमता का इश्तहार है। जेल में खाने, पीन...
Wednesday, November 10, 2021

अलकाट्राज - एक दुर्गम जेल

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  अलकाट्राज की प्रसिद्धि एक किले से अधिक एक जेल के रूप में है। लगभग शुरू सन 1859 से ही इसकी शुरुआत हुई। 11 बगावती सैनिक किले में कैदी के रू...
Tuesday, November 09, 2021

अलकाट्राज का किला

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द्वीप पर उतरते ही सामने खूब खुला-खुला मैदान गलियारे जैसा इलाका दिखा जैसा आमतौर पर किलों में दिखता है। सामने ही बड़ी पानी की टँकी और लाइटहाउस ...
Monday, November 08, 2021

सैनफ्रांसिस्को से अलकाट्राज़

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“आप भोजन, वस्त्र, आश्रय और चिकित्सा देखभाल के हकदार हैं। इसके अलावा आपको जो कुछ भी मिलता है वह एक विशेषाधिकार है।“ यह नियम दुनिया की सबसे चर...
Saturday, November 06, 2021

दीवाली के बहाने इधर-उधर की

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दीवाली आकर गुजर गई। चार दिन की छुट्टी आधी से ज्यादा खर्च हो गयी। तमाम काम करने के बारे में सोचा था लेकिन अमल में कौन लाता है। सोचा था कि अमे...
Thursday, November 04, 2021

उजालों के गीत बहुत गाये गये!

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जरा सा जुगनू भी चमकने लगता है अंधेरे में, ये अंधेरे का बड़प्पन नहीं है तो और क्या है जी! कम रोशनी ज्यादा उजाले से भन्नाई रहती है, अंधेरों मे...
Tuesday, October 26, 2021

सब कुछ लिख दिया जाने के बाद भी

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  सब कुछ लिख दिया जाने के बाद भी, बहुत कुछ लिखने को बचा रह जाता है। हम बिस्कुट भिगो के चाय में खाते ही नहीं, इसीलिये वो नामुराद डूबने से बच...
Sunday, October 24, 2021

उजाले की सरकार

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  कमरे में बैठे हुए सूरज की किरणों को देख रहा हूँ। स्कूल के दिनों से पढ़ते आये हैं कि सूरज की सतह से चलकर पृथ्वी तक पहुंचने में आठ मिनट लगते ...
Saturday, October 23, 2021

लिफाफे में कविता

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*मंच के कवि को अपमान की परवाह नहीं करनी चाहिए। यदि आप स्वाभिमान के चक्कर में पड़े तो हाथ धो बैठेंगे। *मंचीय कवि के लिए सबसे बड़ा पैसा होता है।...
Thursday, October 21, 2021

आत्मबोध

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यह सब कुछ मेरी आंखों के सामने हुआ! आसमान टूटा, उस पर टंके हुये ख्वाबों के सलमे-सितारे बिखरे. देखते-देखते दूब के दलों का रंग पीला पड़ गया फूल...

करेंट बुक डिपो

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कानपुर में जब भी 'करेंट बुक डिपो' के पास से कभी भी गुजरते हैं तो अनायास 'दुकान-दाखिल' हो ही जाते हैं। यहां आने का हासिल यह ...
Tuesday, October 19, 2021

ऐबजोई मोहब्बत की कैंची है।

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  ऐबजोई मोहब्बत की कैंची है https://youtu.be/10bEqLNj5m8 https://www.facebook.com/share/p/vSyM8cDEtDbj6LVG/
Monday, October 18, 2021

बारिश, रिक्शा स्टैंड और मोबाइल में डूबे लोग

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कल बहुत दिन बाद साइकिलिंग को निकले। शाहजहांपुर साइकिलिंग क्लब के सूत्रधार, संस्थापक डॉक्टर विकास खुराना ने सूचना दी कि एक दिन में 75 किलोमी...
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योगदानकर्ता

अनूप शुक्ल
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