Tuesday, February 17, 2009

जरा नम्र हो जा मजा आयेगा

http://web.archive.org/web/20140420024546/http://hindini.com/fursatiya/archives/588

34 responses to “जरा नम्र हो जा मजा आयेगा”

  1. seema gupta
    इतने बहाने गिनाई दिए आपने “लोगों से झूठी तारीफ सुनते सुनते थक गए थे, इसलिए थोड़ा ब्रेक लिया है।
    ब्रेक के बाद क्या लोग सच में तारीफ़ करने लगेंगे?” हा हा हा हा हा हा बात में दम है गारंटी किसी बात की नाही ….
    और आपकी पसंद की इ दुई लाइना हमका भी भा गयी ……
    जिसे बदगुमानी पे भी नाज है,
    उसे दिल दिखा करके क्या पायेगा।
    regards
  2. nirmla.kapila
    अगर खाव देखा है तो तामीर कर् ये जज़्वा बुलंदी पे पहुन्चायेग क्या खूब कहा है बहुत बहुत बधाइ
  3. manvinder bhimber
    आप के ब्लॉग पर कई दिन के बाद आना हुआ है…..पुरी पोस्ट एक ही साँस में पड़ गई हूँ….subaha सुबह मूड fresh हो गया …….बहुत बहुत बधाई …….सो बहाने …….कुछ लाइंस …..वाह क्या बात है
  4. विवेक सिंह
    हमें तो पहले से ही मज़ा आरहा है . ई का मतलब हम पहिले से ही नम्र हैं :)
  5. prabhat
    जरा नम्र हो जा मजा आयेगा
    ये ऊंचाई कोई छू न पायेगा।
    bahoot achi post
  6. mehek
    waah kamaal ke bahane hai,mazedaar
  7. जीतू
    सही है, अच्छा धोए हो, लेकिन शुकुल यार! तुमको तो कौनो आइडिया देना ही बहुत बड़ी भूल है, इधर आइडिया दिया नही, उधर तुम दन्न से पोस्ट दाग दिए। अभी दो दिन पहले ही हमने शुकुल को इस पोस्ट(मार्टम) का आइडिया दिया था, हम इस पर मिर्जा के विचार इकट्ठा कर भी लाए थे, लेकिन शुकुल पहले पोस्ट लिख मारे। हमारे शुकुल भी ना, अपने टाइप के एक ही बने है। आप इनको कोई व्यक्तिगत और गोपनीय बात बताओ, घंटे भर मे सभी ब्लॉगरों को पता चल जाएगा और सुबह सवेरे उस पर इनकी पोस्ट भी तैयार हो उनके इनके ब्लॉग पर चिपक जाएगी। (ऊपर से बदनाम हमे करते है कि हम नारदमुनि है, पाठक खुद डिसाइड करें)
    जब आप नाराजगी जताओगे तो इनका रटा रटाया जवाब है, “हम तो मौज ले रहे थे।” अब आप ही बताओ, सुकुल की मौज मे अगले का तो जलूस निकल गया, है कि नही?
    खैर पोस्ट सही लिखे हो, बाकी हिस्सा भी लिखो, हम मिर्जा के विचारों को भी पेश करने की कोशिश करते है।
  8. कुश
    कम्बख़्त कोई चैन से बहाने भी नही बनाने देता..
    वैसे आपने लिखा है “कम शब्दों में कहा जाये तो “……. ऊड़ी बाबा आप कब से कम शब्दो में कहने लगे???
  9. रंजन
    कोई बहाना नहीं चलेगा.. पकड पकड ्के धोया है..:)
  10. ताऊ रामपुरिया
    जितने लाजवाब बहाने उतने ही लाजवाब जवाब. जरा बचे हुये वार्तालाप का भी पोस्टमार्टम कर दिया जाये अगली पोस्ट में.:)
    रामराम.
  11. roushan
    ये तो बहुत ही ग़लत बात है कोई बिना बहाना बनाये बंद कर दे तो आफत कोई बेचारा बहाना बनाये तो उसकी इस तरह से मरम्मत .
    अब आप समझ ही रहे थे कि बहाना झूठा है तो उसको लोगों के सामने लाने की क्या जरुरत थी
    कहीं जीतू जी ने आपको भी तो कभी चूना नही लगाया था ?
  12. बवाल
    जरा नम्र हो जा मजा आयेगा
    ये ऊंचाई कोई छू न पायेगा।
    हा हा नन्दन साहब की आड़ लेकर क्या गुल खिलाया ? फ़ुरसतिया साहब आप भी ना! हा हा हा। हँसा देते हो एकदम से।
    इस चक्कर एक शेर बन गया है फ़ौरन जा कर पोस्ट कर रहा हूँ नहीं तो भूल जाऊँगा। आप ज़रूर पढ़ना। धन्यवाद।
  13. neeraj
    वाह…ईंट का जवाब पत्थर से…मजा आ गया…चेहरे पर मुस्कराहट लाने का शुक्रिया…
    नीरज
  14. दिनेशराय द्विवेदी
    भाई बाहर ही हूँ, आज की पोस्टे तो शिड्यूल्ड हैं। कल का क्या होगा पता नहीं।
  15. Dr.anurag
    सही है शुक्ल जी ..आपकी एक बात हमेशा याद रहती है की यहाँ ६ महीने बाद ही लोग पूछने लगते है “कौन “…जब तक हाज़िर तब तक पहचान …वैसे मुझे भी कभी कभी लगता है की हम ब्लोगिंग क्यों करते है ?हर पोस्ट की उम्र तो महज़ २४ घंटे ही रहती है….
    आपकी पसंद आज कुछ संदेश दे रही है…..
  16. अजित वडनेरकर
    बहुत खूब…काफ धुले धुले से लग रहें हैं चौधरीजी।
    नंदन जी की कविता पसंद आई।
  17. संजय बेंगाणी
    हम भी टिप्पणी करने ही वाले थे कि लाइट चली गई…बॉस आ गया…सेन्ड ही नहीं हुई…तकनीकि खामी आ गई…क्या लिखे यही नहीं सुझा…हमें वाह वाह करने की आदत नहीं सो…
    बहाने हजार है और शुक्लजी धोने में एक है…
  18. Abhishek Ojha
    मस्त-मस्त उत्तर है जी सभी कारणों के. वैसे अपना ये चल रहा है:
    ‘मतलब न प्रोजेक्ट करोगे ठीक न ब्लागिंग! दोनो एक साथ डेड!’ दोनों नहीं चारो-पांचो सब एक साथ डेड :-)
  19. संत वेलेंटाइन
    हम तो लिक्खेंगे जी. कौन बहाना बनाकर अपनी वाट लगवाए?
  20. Gyandutt Pandey
    कंघा-बेचक को कंघे का पूरा पार्सल थमा दिया, बिल्टी भी न छुड़ाई!
  21. सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
    फुरसत मे पढ़ेंगे जी…।
    अभी तो यमुना तट के ‘बोट क्लब’ पर सोनू निगम नाइट देखने सपरिवार जा रहे हैं। :)
  22. Smart Indian
    बहाने और उनकी प्रतिक्रया – दोनों ही गज़ब की हैं. नंदन जी की कविता में तो एक बड़ी शिक्षा छुपी है,
  23. डा. अमर कुमार

    Q. आजकल कुछ लिख नहीं रहे..
    A. क्या करें, फ़ुरसतिया का वैलेन्टाइन ब्लाग
    किश्तों में पढ़ रहे हैं.. वह छोड़ें, तब न कुछ लिखेंगे ।
    टिप्पणी तक तो कर न पाये !

  24. satish saxena
    जीतू भाई के कमेंट्स कन्फ्यूज कर रहे हैं अनूप भाई !!!!!
  25. .Arvind Mishra
    चलिए मान लिए ये तो बीस बहाने हैं पर असली मुआमला क्या होता है जो लोग मुंह चुरा लेते हैं ! मैं तो नही जान पाया बस कयास लगा रहा हूँ -आपकी इ पोस्ट से अफ़सोस कि कौनो मदद नही मिल पाई है !
    कारण गंभीर हो सकते हैं -अब अविनाश भाई को देखिये ! क्या अब जल्दी वे उसी ठाठ बाट से मुहल्ला में हल्ला कर पायेंगे ? झन्झट में फस गए बिचारे -अब कुछ काल तक ब्लॉग न लिखने का असली कारण थोड़े ही बता पायेंगे ? तो बहानेबाजी की बात छोडिये आईये इन मामलों के असली कारणों की तलाश करें !
  26. आलोक
    २४ सोचा तो था पर फ़ीड ठीक नहीं है इसलिए कुछ फ़ायदा न होगा इसलिए न लिखा।
  27. SHUAIB
    धुले हुए कपड़ों को सुखाकर दुबारा धो डाला :)
  28. साइंस ब्‍लॉगर्स असोसिएशन
    बहाने और विश्‍लेषण दोनों जोरदार हैं।
  29. गौतम राजरिशी
    हा हा हा….रोचक।
    हम प्रेरित हो गये हैं नया पोस्ट लगाने को
  30. बेटी को वाणी से संवार दे ओ वीणापाणि
    [...] पिछ्ली पोस्ट में सतीश सक्सेनाजी ने लिखा-जीतू भाई के कमेंट्स कन्फ्यूज कर रहे हैं अनूप भाई !!!!! उधर जीतेन्द्र के कमेंट देखे तो पता लगा वो लिखे थे-हमारे शुकुल भी ना, अपने टाइप के एक ही बने है। आप इनको कोई व्यक्तिगत और गोपनीय बात बताओ, घंटे भर मे सभी ब्लॉगरों को पता चल जाएगा और सुबह सवेरे उस पर इनकी पोस्ट भी तैयार हो उनके इनके ब्लॉग पर चिपक जाएगी। (ऊपर से बदनाम हमे करते है कि हम नारदमुनि है, पाठक खुद डिसाइड करें) [...]
  31. समीर लाल
    सच को आलोचना समझोगे, तो दुख लाजिमी है…ऐसा लगा बैठा प्रवचन सुन रहा हूँ. :)
    जरा नम्र हो जा मजा आयेगा
    ये ऊंचाई कोई छू न पायेगा।
    -अति सुन्दर पंक्तियाँ मामा जी की.
  32. हमारे बहाने और मिर्जा के उलहाने
    [...] खोजी ब्लॉगर मौका काहे चूकते, धर दिए, पटाक से अपने ब्लॉग पर नमक मिर्च लगाकर। लेकिन भई असली माल इधर है, बिना [...]
  33. amit
    वाह वाह क्या पोस्टमॉर्टम किया है, मज्जा आ गया, ही ही ही!! :D
  34. फ़ुरसतिया-पुराने लेख
    [...] जरा नम्र हो जा मजा आयेगा [...]

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