फ़ुरसतिया
हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै
Sunday, November 18, 2012
बुजुर्गवार चल दिये आखिरी सफ़र पर
मछली बेंची कभी औ अरबों में खेला,
मछली सा भुना औ विदा हो गया।
बुजुर्गवार चल दिये आखिरी सफ़र पर,
हल्ला हुआ- शेर गया, सम्राट गया।
-कट्टा कानपुरी
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