फ़ुरसतिया

हम तो जबरिया लिखबे यार हमार कोई का करिहै

Tuesday, March 02, 2021

दम बनी रहे, घर चूता है तो चूने दो

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  इतवार को इधर-उधर देखते-झांकते वापस लौटे। एक दुकान पर जलेबी बन रही थीं। बन रहीं थीं या कहें छन रहीं थी? छनेगी तो तब जब बनेंगी। एक लड़का कड़ा...
Monday, March 01, 2021

16 वीं सदी को ओवरटेक करती 21 वीं सदी

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  इस इतवार की साइकिलिंग सुबह साढ़े सात पर शुरू होनी थी। मैच भी था नौ बजे से। सोचा साइकिलिंग छोड़ दें। लेकिन फिर झटके से निकल ही लिए। रास्ते मे...
Tuesday, February 23, 2021

साइकिलिंग कम ख़बरबाजी ज्यादा

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  इतवार को लगभग 13 किमी साइकिल चली। घण्टे भर से भी कम पैडलियाये होंगे। लेकिन फोटो खूब हुईं। न केवल फोटो बल्कि बयानबाजी भी। बयानबाजी साइकिलिं...
Monday, February 22, 2021

मेहनत कभी बेकार नहीं जाती

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  काफी दिन बाद कल साइकिल चली। पिछले कई इतवार सर्दी या फिर आलस्य के चलते स्थगित रही साइकिल बाजी। आठ बजे मिलना था गोविंद गंज फटकिया पर। हम पां...
Thursday, February 18, 2021

इतिहास को तोड़ा नहीं जा सकता केवल समझा जा सकता है

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  हंगरी में मैंने योरोपीय ज्ञान, उदारता , दक्षता और प्रोफ़ेशनलिज्म को देखा और जाना जिसकी धाक पूरी दुनिया में जमी हुई है। हंगेरियन हालांकि अपन...
Monday, February 08, 2021

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती

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  बड़े दिन बाद कल निकले। जगह-जगह दरबान तैनात। कुछ मुस्तैद, कुछ मोबाइल में डूबे हुए। मानो मोबाइल में कोई एप लगा हो जिससे आते-जाते लोगों को देख...
Saturday, February 06, 2021

दरवज्जे की पल्ले से झांकती धूप

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  नींद खुली तो बाहर चिडियों की आवाज सुनाई दी। ऐसा लगा किसी मामले पर बहस चल रही हो। चिड़िया बहस भले कर रहीं थीं लेकिन आवाज में कर्कशता नहीं थ...
Tuesday, February 02, 2021

चश्मा, बजट और रिमोट

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  कल बजट आया। देश का बजट। आमदनी और खर्च का लेखाजोखा। दिन में तो देख नहीं पाया। दफ्तर के चक्कर में-जबकि दफ्तर में टीवी दिन भर चलता रहा। इससे ...
Monday, February 01, 2021

इतवारी निठल्लाबाजी के बहाने

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  समय बिताने/बर्बाद करने के लिए हर समाज अपने तरीके अपनाता है। बचपन में अपन समय बिताने के लिए अंत्याक्षरी खेलते थे। थोड़े बड़े हुए तो क्रिकेट ख...
Sunday, January 31, 2021

शुरुआत खुराफात से

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  हमारे कानपुर की Anita Misra सामाजिक , खासकर महिलाओं-बच्चों से जुड़े , मुद्दों पर, निरन्तर लिखती रहती हैं। सामाजिक विसंगतियों को रेखांकित...
Wednesday, January 27, 2021

दिहाड़ी मजदूरों का गणतंत्र दिवस

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कल फैक्ट्री में गणतंत्र दिवस समारोह के बाद 'कामसासू काम्प्लेक्स' गए। यहां निर्माणी से सिलाई के ऑर्डर पाए लोगों के शेड्स हैं। दिहाड़...
Tuesday, January 19, 2021

जहां तक हो सके

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  और यदि तुम अपना जीवन वैसा नहीं बना सकते जैसा चाहो, तो इतना करो कम से कम: उसे सस्ता मत बना दो। दुनिया के बहुत साथ रह के बहुत बातें करके। दर...
Tuesday, January 05, 2021

ऐसे लोगों से दूर रहें जिनकी सांस ठंडी होती है

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  माचिस की तीली के जलने का सिद्धांत यह है कि उसके सिरे पर लगे फास्फ़ोरस पर साधारण तापमान की हवा यानी ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर कोई प्रतिक्...
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योगदानकर्ता

अनूप शुक्ल
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