Thursday, October 02, 2008

बोरियत जो न कराये

http://web.archive.org/web/20140419215957/http://hindini.com/fursatiya/archives/533

41 responses to “बोरियत जो न कराये”

  1. - लावण्या
    बोरीयत ..बात और चीत ..और भगवान भी साथ ..ये कथा भी रोचक रही जी :)
    - लावण्या
  2. विजय गौड
    ाअच्छा व्यंग्य है। समसामयिक भी। बधाई।
  3. दिनेशराय द्विवेदी
    कुछ तो हम भी हुए निहाल तनिक बोरियत पा कर। आप के सौजन्य से।
  4. ताऊ रामपुरिया
    आहा ..हा ! क्या फार्मूले दिए हैं बीबीएल..और एबीएल..! बात और चित्त .. ! भाई ये फार्मूले इतिहास में “शुक्ल फार्मूले” के नाम से जाने जायेंगे ! बहुत मजेदार रहा !
  5. भूतनाथ
    भगवान जब इकल्ले भगवानगिरी करते-करते बोर हो गये तो दुनिया बना डाली। चांद-सितारे। ग्रह-नक्षत्र। नदी -तालाब ।समुद्र -फ़मुद्र। अल्लम-गल्लम। अगड़म-बगडम। अटरम-सटरम।
    जबरदस्त…. बेहतरीन .. ! मजा आगया !
  6. दीपक
    “यह सब लिखते-लिखते हम बोर हो गये। इसलिये इसे पोस्ट कर दे रहे हैं।
    आप भी पढ़ते-पढ़ते बोर हो गये होंगे सो टिपियाने लगिये।”
    सही कही आपने अब लंबा टिपीया कर हम भी आपको बोर नही करेंगे!!
  7. anil pusadkar
    सच मे बोर-पुराण को रच कर आपने महान कार्य किया है। आपकी प्रेरणा से ऐसा लगता है की लाइफ़ मे थोडा बोर ज़रुर होना चाहिये। अच्छा बोर किया आपने यानी मस्त लिखा है।एक बीबीएल कार्ड हो सके तो हमारा भी बनवा दिजिये।
  8. Shiv Kumar Mishra
    अद्भुत..
    बोरियत से लोगों को चिंता करते देखा है. लेकिन बोरियत पर चिंतन! अहा..वो तो आप ही कर सकते हैं. और ऐसे धाँसू अंदाज़ में कर सकते हैं कि एबीएल वाला बीबीएल हो ले.
  9. Dr .Anurag
    बहुत बोर हो रहे है क्या कहे ?अब रेखा को कहाँ ढूंढें बूढी हो गयी है ?कोई फिरंगन चलेगी ?
  10. garima
    ई सब पढ़ के हम तो बोर के नही हुए, पर सोच रही हूँ कि, अपने अगड़म बगड़म सुना कर चेक कर लूँ कि कोई और बोर होता है कि नहीं… तो चेक करती हूँ….
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    लो आप यहाँ तक आ गये… और बोर नही हूए… फिर तो आप बी बी एल हैं :D
  11. डा. अमर कुमार
    यह नया इज़ाद हुआ बीबीएल कार्ड बनवाने के लिये, सुबह से फोन लगाये जा रहा हूँ ।
    आप बोरियत परोस कर पता नहीं कहाँ सेंवईं उड़ा रहे हैं ?
    संदेश छोड़ जा रहा हूँ, कब कहाँ कैसे और किस हालत में मिलूँ,
    यह ब्यौरा मुझे मेल कर देंगे तो, अतिशय दया होगी !
    फ़ार्म में फोटो मेरा ही लगेगा न, किस पोज़ में ?
  12. Dr.Arvind Mishra
    धन्य हैं आप इतनी विस्तृत चिट्ठा चर्चा के बाद भी फुरसत से बोरियत पर इतनी लम्बी ठेलते जाना कि बोरियत होने को आए !
    धन्य हैं माई बाप !!
  13. सतीश सक्सेना
    अमर भाई से सहमत हूँ ! मैं भी लाइन में हूँ, भूलियेगा नही !
  14. ज्ञानदत्त पाण्डेय
    हुंह! बड़ी बेबोर पोस्ट है! :-)
  15. समीर लाल 'उड़न तश्तरी वाले'
    एकदम्मे बोर होकर जा ही रहे थे कि आ गये टिपियाने..गजब चिन्तन है भई!!बहुत उम्दा!! खूब बोर होईये और ऐसे ही लिखिये. :)
  16. venus kesari
    हम तो बिल्कुल भी बोर नही हुए
    इस लिए टिप्पदी नही कर रहे है :)
    वीनस केसरी
  17. राज भाटिया
    बीबीएल..और एबीएल..एक नया शव्द मिल गया बोर होने का, जब सब की पोस्ट पढ कर बोर हो जाऊ गा तो इस फ़ार्मुले पर ध्यान दुगां
    धन्यवाद
  18. pradeep manoria
    मज़ा आ गया श्रीमान
    ऐसा ही पढ़वाते रहे समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर भी दस्तक दें आपका स्वागत है उम्मीद है आप भी आनादित होंगे http://manoria.blogspot.com
  19. kanchan
    waah kya nibandha hai boriyat par…!
  20. Abhishek
    बोरियत पुराण भी खूब जमा… वैसे ऑफिस में हीरो बनने का बीजी वाला तरीका ज्यादा अच्छा है ! बिना काम के भी बीजी का नारा बुलंद किए रहो :-)
  21. anitakumar
    अभूतपूर्व चिन्तन
  22. amit
    ह्म्म!! पहले तो यह बताएँ कि ऑफिस के बाकी लोगों से वैर भाव है क्या? क्या तमन्चों की टैस्टिंग एक दूसरे के साथ ही की जाती है?? ;)
    बाकी आपके मित्र की बात से अपने को भी सहमति है, बोरियत हर किसी के पास नहीं जाती, कोई-२ ही दुखियारा….. मेरा मतबल कोई-२ ही सुपात्र होता है!! :)
  23. विवेक सिंह
    मत बोर करो, मत शोर करो , हम पर अन्याय, न घोर करो , पढकर आपको , न बोर होंगे , फुरसतिया व्यर्थँ, न जोर करो.
  24. : फ़ुरसतिया-पुराने लेखhttp//hindini.com/fursatiya/archives/176
    [...] बोरियत जो न कराये [...]
  25. ismat zaidi
    देश में सरकारें अकेले-अकेले चलते हुये बोर हो गयीं तो साझे में चलने लगीं। गठबंधन से बोर हुये तो समर्थन वापस ले लिया। वापसी से बोर हुये तो फ़िर समर्थन दे दिया। संसद में बहस से बोर हुये तो कहा-सुनी करने लगे। कहा-सुनी से मन ऊबा तो गाली-गलौज करने लगे। गाली-गलौज से बोर हुये तो जूतालात पर उतर आये। जूतालात से बोर हुये तो खरीद-बिक्री पर आ गये। यह सब किसी सिद्धांत और लालच के चलते नहीं हो रहा है! सिर्फ़ और सिर्फ़ बोरियत से बचने के प्रयास हैं।
    चकाचक पोस्ट है भई ,,मज़ा आ गया ,,
  26. Devanshu Nigam
    आज से हर बात पे बोलेंगे..हम तो बोर हो गए…बोर होने का इतना अध्यात्मिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और राजनीतिक फायदा…वाह जी वाह….भगवान करे हमारे नेता पैसा खाते खाते बोर हों जाएँ…वरना जनता अनशन करते हुए बोर होकर कुछ और ना करने लगे….
    Devanshu Nigam की हालिया प्रविष्टी..कुछ याद आया है…
  27. चंद्र मौलेश्वर
    भोर भए बोर भए तो क्या भए, बहे ऐसे कि आंसू बह गए :)
    चंद्र मौलेश्वर की हालिया प्रविष्टी..स्त्री विमर्श
  28. संतोष त्रिवेदी
    पूरा बोर (बोरा) पुराण रच डाला भाई ! आप लिख-लिख के बोर हो लिए और हम पढ़-पढ़ के !’दुनिया में सारी चीज़ें बोरियत की वज़ह से होती हैं…’सिम्पल फंडा !
    फिर से कब बोरोगे ? जल्दी बताना इसके पहले कि हम बोर हो लें !
  29. चंदन कुमार मिश्र
    रूस / चीन पूँजीवाद से भी तो बोर हो गए थे जी…अब लगता है कि आपका कोई सही प्रतिद्वंद्वी नहीं है…इसीलिए खूब बोलते हैं…बोरियत लाइन का नया विचार सरकार के पास भेजा जाना चाहिए था…स्टेट्स नहीं स्टेटस (कुछ दिन पहले रवि जी ने बताया था कि यह ठीक नहीं हम किसी के लिखने की गलती या भूल को सार्वजनिक रूप से कहें)…
    चंदन कुमार मिश्र की हालिया प्रविष्टी..इधर से गुजरा था सोचा सलाम करता चलूँ…
  30. : अपन तो बोर हो रहे हैं
    [...] मुस्करा क्यों रहे हैं? उनको मेरी बोरियत से तकलीफ़ नहीं थी। मुस्कराहट से एतराज [...]
  31. Anonymous
    बोरिंग .hehehehehehehehe
  32. shefali
    नौकरी सरकारी हो तो बोरियत भी इफरात से आती है ….जय हो ….
    shefali की हालिया प्रविष्टी..महिला दिवस बीत गया क्या ?
  33. Rekha Srivastava
    अरे सरकारी नौकर को बोरियत की क्या बात है ? कहीं भी निकल जाइये , चाय पीने कैंटीन में और फिर वहां तो दो चार मित्र मिल ही जायेंगे . बोरियत कहाँ ?
    Rekha Srivastava की हालिया प्रविष्टी..क्या फेसबुक से ब्लॉग पर सक्रियता कम हो रही है ? (4)
  34. सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
    आपने तो बोरियत के विशाल रेगिस्तान में जाकर गहरी बोरिंग कर दी; जिससे मनोरंजन और उत्सुकता का सोता फूट पड़ा। इस बोरिंग पर नहाने वालों की भीड़ बता रही है कि इंजीनियर ने काम बहुत पक्का किया है। जय हो..!
    सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी की हालिया प्रविष्टी..दशहरे के दिशाशूल
  35. soniya srivastava
    भाई वाह. खूब बोर किया आपने. कहीं तो रुक करिए कोई मैदान ऐसा बचा है जहाँ आपने अपने दावं ना आजमाए हों. बधाई.
  36. Sanjay Chandwani
    Good one Sukul
  37. Vani Geet
    गज़ब ढाती है यह बोरियत भी !!
  38. सतीश चन्द्र सत्यार्थी
    बढ़िया है.. :D
  39. हेमा दीक्षित
    यहाँ टिपियाने से क्या हम ए.बी.एल. प्रमाणित हो जायेंगे … :) बोरियत की बोरियत बढ़िया है … (Y)
  40. Harivansh Sharma
    वाकई में अनुभूति हो गई,मजा आया-बहुत अच्छे लिखे हो..नीरस व्यक्ति अधिकांश इस बोरियत के शिकार है..शायद यह पोस्ट पड़े कुच्छ उभर आयेगे/नीकल पायेगे बोरियत से..
  41. Sulabh Jaiswal
    बोर हो रहे थे इसलिए यहाँ आ गए !!

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2 comments:

  1. आपके पास लिखने का बहुत जीवट माद्दा है। गज़ब की लगन और बेलौस शब्द प्रयोग। मन मन भर लिखना आसान नहीं। पढ़ना सरसरी नज़र से संभव है पर लिखने में सरसरी तौर पर कुछ नहीं हो सकता। पठनीयता भी और दस्तक भी ...क्या बात है !👌👌

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