Saturday, October 27, 2012

ई दुनिया ससुर बड़ा गड़बड़झाला है

http://web.archive.org/web/20140420082600/http://hindini.com/fursatiya/archives/3529

ई दुनिया ससुर बड़ा गड़बड़झाला है

गड़बड़झाला
जहां द्याखौ गुरु घपला है, घोटाला है,
ई दुनिया ससुर बड़ी गड़बड़झाला है।

चंदा मांगि रहा है दांत चियारि के,
बतावत हैं कि जबर पैसा वाला है।

चंदा देत रहेन गरीबन की सोचि कै,
सुना है वहीते आई रहै इम्पाला है।

उई कहत हैं मॉलन ते रोजगार बढिहैं,
ई कलपत हैं-हमार नियति तौ ताला है।

तीन साल मां फ़ुटपाथ ते अटारी पहुचिगे,
कहत हैं-सारे क्यार ससुर पैसा वाला है।

परधानी मां कमाके शहर मां दुकानैं खरीदिन,
अगलेहे हफ़्ता उनका फ़ीता कटै वाला है।

ई दुनिया की तौ बबलू बताय दिहिन,
उन्हुन का सुना मामला ढीला-ढाला है।

जेहिते ते स्वाचत रहैं ’इलू-उलू’ करिहैं,
वहिका जल्दिही बियाव होंय वाला है।

जहां द्याखौ गुरु घपला है, घोटाला है,
ई दुनिया ससुर बड़ी गड़बड़झाला है।

17 responses to “ई दुनिया ससुर बड़ा गड़बड़झाला है”

  1. Dharni
    वाह! क्या बात है!
    Dharni की हालिया प्रविष्टी..अशोक चक्रधर जी का ई-कविता पाठ
  2. सतीश चंद्र सत्यार्थी
    पूरा मामला निराला है…. :)
    वैसे ई भाषा कौन सी है? कुछ मिक्सचर टाइप लागत है..
    सतीश चंद्र सत्यार्थी की हालिया प्रविष्टी..एक प्यारा सा हिन्दी होमवर्क
    1. aradhana
      बैसवारी है…मेरी मातृभाषा :)
      aradhana की हालिया प्रविष्टी..New Themes: Something Fishy and Blissful Blog
  3. देवांशु निगम
    :) :) :)
    देवांशु निगम की हालिया प्रविष्टी..हैप्पी बड्डे टू मी !!!!
  4. Indian Citizen
    देश के भाग्य में ऐसे ही नीति निर्धारक लिख दिये दैव ने.
    Indian Citizen की हालिया प्रविष्टी..और अब फैजाबाद में हिंसा
  5. manuprakashtyagi
    sundar rachna
  6. sundar-nagri wale
    तीन साल मां फ़ुटपाथ ते अटारी पहुचिगे,
    कहत हैं-सारे क्यार ससुर पैसा वाला है।…..????????
    मजा आ गयो…….
    प्रणाम.
  7. aradhana
    हाय बैसवारी ! इस भाषा में कोई रचना पढ़े युगों बीत गए थे.
    aradhana की हालिया प्रविष्टी..New Themes: Something Fishy and Blissful Blog
  8. सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
    गजब है यह तो। मजा आ गया।
    सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी की हालिया प्रविष्टी..अपनी फ़िक्र पहले…
  9. kajalkumar
    जय हो
  10. वीरेन्द्र कुमार भटनागर
    हमका बड़ा नीक लाग । अईसेन लिखत जायं ।
  11. प्रवीण शाह
    .
    .
    .
    बैसवारी भाषा में काफिया और रकीब पकड़े गजल लिख दिये आप तो…
    गजब… :)
  12. Alpana
    मुझे लगा ‘ई’ –माने इलेक्ट्रोनिक दुनिया !
    बाकि कविता थोड़ी समझ आई थोड़ी नहीं.
    Alpana की हालिया प्रविष्टी..वो भी एक दौर था ..और ये भी….है !
  13. प्रवीण पाण्डेय
    सचमुच भैया,
    बड़ी समस्या।
    प्रवीण पाण्डेय की हालिया प्रविष्टी..डिजिटल जीवनशैली
  14. sanjay @ mo sam kaun.....?
    कट्टा कानपुरी के मौसेरे\ चचेरे \फुफेरे \ममेरे अवतार का कलाम है न? :)
    sanjay @ mo sam kaun…..? की हालिया प्रविष्टी..छोटी सी ये दुनिया….
  15. उदयवीर सिंह
    दुनियां इसी राह पर चल पड़ी है मित्र.. गड़बड़झाला, गड़बड़झाला और एक बार फिर गड़बड़झाला.. !
  16. फ़ुरसतिया-पुराने लेख
    [...] ई दुनिया ससुर बड़ा गड़बड़झाला है [...

No comments:

Post a Comment