Tuesday, November 05, 2019

रूस के ऊपर से गुजरते हुए




इस समय रूस के ऊपर से गुजर रहे हैं। जमीन से बत्तीस हजार फुट ऊपर। मतलब दस किलोमीटर ऊपर। दस किलोमीटर मतलब कानपुर में रेलवे स्टेशन से अर्मापुर तक की सीधी सड़क को तानकर खड़ा कर दिया जाए तो जहाज की ऊँचाई तक पहुंच जाएगी।
है भाई। तापमान भी तो सुना जाए। बाहर का तापमान शून्य से 55 डिग्री नीचे है। मतलब सियाचिन के तापमान से भी कुछ और कम। अंदर का तापमान अलबत्ता 25 डिग्री के करीब होगा। मतलब अंदर और बाहर के तापमान में 80 डिग्री का अंतर है।
तापमान के इस अंतर को ऐसे समझ लीजिए कि जहाज के बाहर तापमान अगर गरीबी रेखा के नीचे है तो अंदर का मामला उच्च वर्ग का। बहुत अंतर है दोनों के स्तर में। जहाज अपनी जो गर्म गैस छोड़ता होगा , उससे उसके आसपास की हवा कुछ गर्म हो जाती होगी जैसे अमीरों की संगत में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर कुछ ठीक सा होता दिखता है।
दिल्ली से 5000 किलोमीटर निकल आये हैं। मतलब कश्मीर से कन्याकुमारी का लगभग डेढ़ गुना। अभी 7000 किलोमीटर और चलना है। जहाज 800 किलोमीटर प्रति घण्टा की रफ्तार से चल रहा है। मतलब हमारी साइकिल की सबसे तेज स्पीड 20 किमी/घण्टा से 40 गुना गति से।
रूस के ऊपर से गुजरते हुए सोच रहे हैं अगर साइकिल से होते तो कहीं टिकाकर दुकान पर चाय/काफी पीते। किसी से बतियाते। गपियाते। पुतिन जी का हाल-चाल लेते। लेकिन साइकिल साथ लाये ही नहीं तो क्या फायदा सोचने का।
मास्को में इस समय सुबह के साढ़े सात बजे हैं। सूरज भाई एक कोने से निकलते दिख रहे हैं। लेकिन मौसम शायद ठंडा है इसलिए किरणों, उजाले को साथ नहीं लाये हैं अभी। जब थोड़ा गुनगुना जाएगा मौसम तो लाएंगे कुनबे के लोगों को।
अमेरिका में मौसम के हिसाब से अलग-अलग टाइम जोन हैं। न्यूयार्क में इस समय रात के 11.43 बजे हैं तो सैन फ्रांसिस्को में 8.43 । तीन घण्टे का अंतर। पोर्टलैंड में पिछले हफ्ते ही दिन की रोशनी के हिसाब से समय बदला गया। जरूरत के हिसाब से वहां घड़िया आगे-पीछे की जाती हैं। समय की कीमत का अंदाज है शायद उनको।
हवाई जहाज का स्टाफ सबेरे का नाश्ता कराकर वापस लौट गया है। हवाई जहाज की बत्तियां बुझ गयी हैं। यात्री या तो सो रहे हैं या फिर हमारी तरह मोबाइल में जुटे हैं। जहाज में चूंकि चार्जिंग की सुविधा है इसलिए धड़ल्ले से पोस्ट टाइप कर रहे हैं। अभी नेट कनेक्शन है नहीं इसलिए अभी इसे सेव कर रहे हैं। न्यूयार्क पहुंचते ही पोस्ट कर देंगे। जहाज इस समय हेलसिंकी के बगल से गुजर रहा है।
(भारतीय समयानुसार सुबह 5 नवम्बर को 10 बजकर 13 मिनट पर लिखी पोस्ट पहुंचकर रात भारतीय समयानुसार रात 11 बजकर 42 मिनट पर पोस्ट की गई। इस समय न्यूजर्सी में दिन के एक बजकर 13 मिनट हुए हैं।)
https://www.facebook.com/anup.shukla.14/posts/10218018944678649

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