पढा लिखा लगता है। लेकिन ताज्जुब की बात यह कि गधा (जानवर) होने के बावजूद इंसानों की तरह झांसे में आ गये भाईजी। मेगा माल में 2500 की खरीद पर 5 किलो चावल की स्कीम का इश्तहार देखकर रुक गए। इंतजार कर रहे हैं कि कोई 2500 की खरीद करे तो 5 किलो चावल इनकी ठेलिया में आ गिरे। इसके बाद ये आगे बढ़ें।
इनका धैर्य देखकर लगता है कि बेवकूफी और उम्मीद पर दुनिया कायम है।
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