फ़ुरसतिया
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Sunday, June 16, 2019
और जीवन बीत गया
इतना कुछ था दुनिया में
लड़ने - झगड़ने को
पर ऐसा मन मिला
कि जरा - से प्यार में डूबा रहा
और जीवन बीत गया ....।
- कुंवर नारायण
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