Saturday, October 19, 2024

शरद जोशी के पंच -15

 1. सुरक्षा गरीब देश का अधिकार है, जिसे क़ायम रखने के लिए अमेरिका सबको लड़ने के लिए ज़रूरत-बे-ज़रूरत शस्त्र देता है। 

2. किसी देश के नेता और वहाँ की सरकार अपने को असुरक्षित मानना स्वीकार न करे तो गरीब देशों के सुरक्षा हितों को सही गहराई में समझने वाला अमेरिका सी.आई.ए. स्तर से प्रयत्न कर वहाँ  की सरकार उलट देता है और एक ऐसी सरकार या डिक्टेटरशिप उत्पन्न करता है जो अपने गरीब देश के सुरक्षा हितों को प्राथमिकता दे, अमेरिका से शास्त्र माँगने लगती है।

3. जब चंदा बढ़ने लगता है ,तो उसे धंधे में लगाना पड़ता है। 

4.वाणिज्य करने वाले बड़े चतुर , व्यावहारिक  समझे जाते हैं। इसका मतलब है, लक्ष्मी सरस्वती के बेटों पर कृपा न करती हो, पर सरस्वती लक्ष्मी के बेटों पर कृपा करती है।

5.समाज सेवी जहां कम्बल बाँट गए, स्थानीय नेता वहाँ से वोट ले गया और पुलिस वाला वहाँ से हफ़्ता ले गया। अपराध अपनी जगह क़ायम रहा। झोपड़ी बनी रही।

6. बड़े लोगों में मनोवैज्ञानिक विकृतियाँ होना कोई आश्चर्य नहीं। 

7. मोहल्ले में जो पैसा फूंक दीपावली मंगलमय नहीं बनाता ,लोग उसे  थोड़ी हिक़ारत की नज़र से मुस्कराकर देखते हैं। औरतें ज़ेवरों से लदी हैं, पूरा राष्ट्र ज़ेवरों से लदा मिठाई खा रहा है। कोई दीपावली के दिन हमें देखकर नहीं कह सकता कि हमारे बदन में प्रोटीन और विटामिन की कमी है।

8. ऊँचे और पुख़्ता भवन बिना चोरी की कमाई के नहीं बनते। भवन का आधा हिस्सा सफ़ेद कमाई से बना हो, पर बाक़ी आधा बिना काली कमाई के पूरा नहीं होता। 

9. बड़ा घर बनाने वाला बड़ी चोरी करता है और छोटा घर बनाने वाला छोटी चोरी। 

10. इस देश में जो भी जल्दी सोकर उठता है ,वह  स्वयं को नैतिक दूसरों से अधिक बलवान मानता है। 

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