http://web.archive.org/web/20101216133755/http://hindini.com/fursatiya/archives/444
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न हुयी हो तो ,इसके जनक के रूप में मेरा नाम दर्ज़
किया जाये ।साक्ष्य के रूप में मैं अभी एक पोस्ट ठेलता हूँ,
” मैंने भी रचा इतिहास ” या इसी तरह का कोई अन्य
शीर्षक !