Tuesday, January 01, 2019

नये साल की शुभकामनाएं


नया साल आ ही गया। न पूछा न जांचा। मुंडी उठाकर घुस गया। अठारह की जगह उन्नीस हो गया। नए साल में और कुछ हो या न हो 18 कि जगह 19 लिखने में स्याही बचेगी। दस्तखत करने में नीचे वाला आधा गोला घुमाकर लिखने वाला समय बचेगा। काश कोई बैंक होता जिसमें यह बचा हुआ समय जमा किया जा सकता।
नये साल में संकल्प लेने की और बाकी साल भर उसको पालन न करने की परंपरा है। हम इस परंपरा को तोड़ते हुए बिना किसी तामझाम के नए साल का स्वागत कर रहे हैं। कोई संकल्प लिए बिना नये साल में धंस रहे हैं। आप भी बिना किसी संकल्प के नया साल शुरू करें। हल्के रहेंगे।
जाड़ा बहुत पड़ रहा है। पहन-ओढ़कर रहें। सर्दी से बचाव रखें। सुबह टहलने के शौकीन 'कल्पना विहार' करने की सोच सकते हैं।
नए साल की शुभकामनाएं आप तक पहुंचे। आपकी हम तक पहुंच गईं है। शुभकामनाएं बफे सिस्टम में होती हैं। खुल्ले में पूरी कायनात में धरी होती हैं। जित्ती मन आये ग्रहण कर लें, भेज दें। जिस मित्र-सहेली को जिस घराने की शुभकामनाएं चाहिए वो मुझसे मिली हुई समझें।
आने वाला दिन आज से बेहतर हो। आपकी जिंदगी में खुशियों के क्षण आएं। आप मुस्कराएं, खिलखिलाएं, नए साल की खुशियां मनाएं।
नए साल की बधाइयां। शुभकामनाएं।

https://www.facebook.com/anup.shukla.14/posts/10215870687453561

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