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इसे साप्ताहिक तो बना ही दीजिये जी
हफ्ते भर की घटनाओं पर वन वन लाइनर हो, तो क्या बात है।
सादर
आलोक पुराणिक
कृपया अपना लेखन खुद करे,ठेके(या प्रोक्सी) पर करवाये काम की गुण वेत्ता घटिया होती है.
चाहे तो ज्ञान जी से भी राय लेकर देखले .
हल्ला बोल करते हैं
वाह वाह वाह वाह!!!