Tuesday, October 04, 2011

जब से मुझे चांद पर गढढों का पता चला

जब से मुझे चांद पर गढढों का पता चला,
तब से मैं धड़ल्ले से उसे चांद कहने लगा।

जा बड़ा आया अरबों के घोटाले का इल्जाम लगाने वाला
तूने भी तो एक बार भूख मिटाने के लिये रोटी चुरायी है।

राजा के ऊपर लगाये आरोप दरबारियों ने खारिज कर दिये,
कहा- आरोप लगाने वाले पर कम्पट चुराने का इल्जाम है।

अब न वो हंस पाता है, न मुस्कराना उसके बस में है,
खाली हा-हा, ओ माई गाड, लोल (LOL) से काम चलाता है।

-कट्टा कानपुरी

No comments:

Post a Comment