दु्निया में खुद के
जिन्दा रहने के लिये
जरूरी है चालाक बने रहना।
लेकिन दुनिया के वजूद
के लिये बहुत जरूरी है
तमाम लोगों का बेवकूफ़ बने रहना।
जिन्दा रहने के लिये
जरूरी है चालाक बने रहना।
लेकिन दुनिया के वजूद
के लिये बहुत जरूरी है
तमाम लोगों का बेवकूफ़ बने रहना।
जिस दिन दुनिया से
बेवकूफ़ी खतम हो जायेगी
वह दुनिया का आखिरी दिन होगा।
बेवकूफ़ी खतम हो जायेगी
वह दुनिया का आखिरी दिन होगा।
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