हाथ में खाली बोतल लिए आदमी अगली सरकार के गठन के बारे में सोच रहा है?
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- Sushil Awasthi Prabhakar, Isht Deo Sankrityaayan, Mansi Rane और 40 अन्य को यह पसंद है.
- ज्ञानेन्द्र मोहन 'ज्ञान' आपका हर किरदार हर वक़्त सरकार बनाने में लगा है।
सभी लगे हैं अबकी बार।
बन जाये अपनी सरकार।
घूरे के भी दिन बहुरेंगे,
होगी जब (?) सरकार। - Rk Nigam कोई ज़रूरी नहीं .... आखिर कब तक मुंह उठाये रहेगा? व्यवस्था ने ऐसी अवस्था पैदा कर दी है कि आम आदमी ज़्यादा देर ....
- सलिल वर्मा अभी इसमें पानी भरकर, बोतल बगल में ज़मीन पर रखकर, उसके बोतल के बगल में स्वयम बैठकर जब शौचेगा तो सोचेगा!!
- Krishn Adhar आप लेखक, विचारक,सरकार में रुचि वाले,सभ्य और भद्र समाज के समाद्रत विशष्ट अधिकारी हैं ,यह वेचारा अपना ट्रक यहीं कहीं पार्क करके वोतल लेकर पास के नल पर पानी भरने जा रहा,निपटने के वाद का प्रवन्धकरने....
- Udan Tashtari दारु की बोतल होती तो मान लेते..पानी की बोतल लिए इत्ता गहन चिन्तन...न!! उसे और भी जरुरी चिन्तायें हैं कल की...वो ये लक्जरी चिन्तन नहीं एफोर्ड कर सकता!!
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