जब तक आम आदमी ख़ुशी-ख़ुशी दिहाड़ी कमाने के लिए निकलते रहेंगे तब तक दुनिया की बेहतरी की सम्भावनाएं बनी रहेंगी।
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- DrShobha Singh, Deepak Dudeja, Aradhana Mukti और 34 अन्य को यह पसंद है.
- Neeraj Sharma अनूप शुक्ल भाई ! यही जीवन का सत्य है ...केवल वाहन बदलता है , निकलना सभी को पड़ता है ...
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