आज जल्दी तैयार हो गये सुबह। अम्मा की अंतिम विदाई के लिए। अम्मा होती तो पक्का चहकते हुए कहतीं-"बाबू जी आज बड़ी जल्दी चेकोलाईट हो गये।आज सूरज कईसी उगा है।"
घर के बाहर सूरज तो वैसे ही उगा है। लेकिन यह कहने वाली आवाज विदा हो गयी।सबेरे से रमानाथ अवस्थी की पंक्तियाँ याद आ रही हैं:
आज आप हैं हम हैं लेकिन
कल कहाँ होंगे कह नहीं सकते,
जिंदगी ऐसी नदी है जिसमें
देर तक साथ बह नहीं सकते।
- Hetal Chauhan bhagvan unki aatma ko shanti de or ap or apke garvalo ko yah dukh sahan karne ki shakti de
- सलिल वर्मा जिसने बख्शी थी ज़िन्दगी मुझको/ मैं उसे ख़ाक में मिला आया! अम्मा अब पंच तत्वों में विलीन होकर सदा आशीष बिखेरेंगीं! प्रणाम अम्मा!!
- Dinesh Chandra Srivastava माता जी व्यक्तित्व बहुत ही शानदार था. वो हम लोगो से भी अपने बच्चो जैसा अधिकार और अपनापन से बाते करती थी। ईश्वर माता जी की आत्मा को शांति दे, और हम सभी को उनसे बिछड़ने की दुःख को सहने की शक्ति दे
- Sunil Chaturvedi अम्माजी को हमारी अंतिम श्रधांजली,ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं आपको इस दुःख की घड़ी में संबल दे।
- Sunil Chaturvedi जाने चले जाते हैं कहाँ?दुनिया से जाने वाले जाने चले जाते हैं कहाँ? कैसे पूछे कोई उन से नहीं कदमो के भी निशां।
- Atul Kumar अम्माजी को हमारी अंतिम श्रधांजली,ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे एवं आपको इस दुःख की घड़ी में संबल दे।
- Krishn Adhar यह भी वड़ी सच्चाई है कि लगभग सभी पुत्रों को अपने मां वाप की अर्थी को कंधा लगाना ही पड़ता है,जीवन की यह सवसे वड़ी हानि उठाना ही पड़ती है सारे पुत्रों को।
- Pareemarjan Ngo पुत्र ही माँ बाप की अर्थी को कन्धा दे ...भगवन न करे किसी बाप को अपने पुत्र की अर्थी को कन्धा देना पड़े ...
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