Sunday, July 30, 2017

ठेले पर भुनता भुट्टा




ठेले पर भुनता भुट्टा और थर्मोकोल की फ्रिज में रखा पाउच का पानी।
मिट्टी की अंगीठी ईंटों के ऊपर रखी लोहे की कड़ाही पर रखी है। उस पर भुट्टे भून कर बेचे जा रहे हैं। समय क्रम के हिसाब से देखा जाए तो आग सबसे बुजुर्ग है इनमें जिसका अविष्कार सबसे पहले हुआ। फिर शायद लोहा और उसके बाद भुट्टा। लेकिन लकड़ी तो उसके पहले आ चुकी थी। शायद सबसे पहले। आदमी लकड़ी के बाद।
थर्मोकोल सबसे युवा अविष्कार है। पालीथिन काफी पहले शुरू हुई लेकिन उसमें पानी के पाउच अभी कुछ साल से बिकना शुरू हुए। 'पानी पाउच' थर्मोकोल से उम्र में छोटा पड़ेगा लेकिन बिकता सबसे फुर्ती से है।
इतने अलग- अलग कालखण्ड में जन्मे सामान एक ही ठेलिया में मोहब्बत के साथ बिक रहे हैं बिना हल्ला-गुल्ला किये। सबको मिलकर पेट की आग बुझानी है।
लाखों साल की समयावधि में पैदा हुये सामान जब एक ही ठेलिया में बिक सकते हैं धड़ल्ले से तो फिर एक ही कालखण्ड में पैदा हुए राजनीतिक दल सरकार चलाने के लिए मिलकर क्यों नहीं चल सकते।

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