Monday, January 06, 2025

सपने में किताबें



 कल रात मज़ेदार सपना देखा। देखा नौकरी के लिए परेशान हैं। एक जगह इंटरव्यू देने जाते हैं। दोस्त सलाह देते हैं कि माता जी को लेते जाओ साथ। असर पड़ेगा। हम कहते हैं, माँ का उपयोग नौकरी के लिए नहीं करेंगे। ये सब बड़े लोगों के चोचले हैं।

इंटरव्यू लेने वाले हमारे दोस्त अजय बिहारी लाल मिलते हैं। हमारे इंजीनियरिंग के दिनों के साथी। टेल्को से रिटायर हैं। प्लांट हेड जैसे पदों पर रहे। वे हमारे सेलेक्शन की सूचना केबीसी में अमिताभ बच्चन की स्टाइल में हल्ला मचाते हुए करते हैं। नौकरी ट्रकों के मेंटिनेंस से सम्बंधित है। ट्रकों की जानकारी के लिए हम अपने मित्र रोहित शर्मा को फ़ोन करते हैं जो अशोक लेलेंड में काम करते थे। VFJ के दिनों में मुलाक़ात होती रही।
नौकरी के दिनों में हमको केवल पढ़ाई के सपने आते थे। रिटायर होने के बाद नौकरी के सपनों के अलावा और भी तरह-तरह के सपने आते हैं। मतलब रिटायर होने के बाद वैरायटी आयी है सपनों में।
कल किताबों के पढ़ने की बात हुई। Arvind Tiwari जी ने Yatish Kumar जी की किताब 'बोरसी में आँच' पढ़ने की सिफ़ारिश की। किताबों की अलमारी से 'बोरसी में आँच' निकाल कर पढ़ना शुरू किया। सत्तर पेज पढ़ डाले। किताब में उनकी माँ के संघर्षों का चित्रण है। शायद उसी का असर रहा हो कि हमारे सपने में कल अम्मा आयीं।
अरविंद तिवारी जी की सिफ़ारिश पर 'बोरसी में आँच' पढ़ना शुरू करने की बात से अन्दाज़ लगता है कि किताबों की पढ़ाई में भी लाल-फ़ीताशाही और सोर्स सिफ़ारिश काम करती है।
सोर्स सिफ़ारिश के अलावा शिकायत भी काम करती है। कल ही Alok Puranik जी पर शोध करने वाले एक शोध कर्ता की जीवन संगिनी ने आलोक पुराणिक जी पर केंद्रित किताब -'आलोक पुराणिक-व्यंग्य का एटीएम' के प्रकाशक, प्रकाशन वर्ष और प्रकाशन स्थल की जानकारी माँगी। बातचीत के बाद संकोच के साथ पूछा -'क्या किताब की एडिटिंग नहीं की गयी थी।'
हमने बताया कि किताब ई बुक फार्म में पंद्रह-बीस दिन में तैयार हुई थी। लक्ष्य था आलोक पुराणिक जी के 51 वें जन्मदिन के मौक़े पर 30 सितम्बर तक, 2017 तक प्रकाशित करना। वह लक्ष्य पूरा भी हूँ। इस चक्कर में अनेक प्रूफ़ और वर्तनी की कमियाँ रह गयीं। उसी रूप में छप भी गयीं।
किताब की कमी की तरफ़ इशारा किए जाने पर 'आलोक पुराणिक-व्यंग्य का एटीएम' निकाली गयी। पढ़ना शुरू किया गया। पचास पेज पढ़ते हुए ग़लतियों पर निशान लगाए गए। आशा है 295 पेज की किताब ठीक-ठाक करके फिर से जल्द ही प्रकाशित कर दी जाएगी।
इस बीच खबर आयी की पटना में छात्रों के साथ धरने पर बैठे प्रशांत किशोर जी को गिरफ़्तार कर लिया गया। प्रशांत किशोर जी उनकी वैनिटी वैन के बारे में सवाल पूछने पर चिड़चिड़ा गए। इसके पहले भी उनसे पूछा गया था कि पार्टी के आयोजनों के लिए पैसा कहाँ से आता है तो उन्होंने बताया था कि दोस्त लोग देते हैं।
राजनीति में खर्च बढ़ता जा रहा है। उसी के साथ भ्रष्टाचार भी। जितनी बड़ी पार्टी उतना ज़्यादा खर्चा। कभी झोला लेकर चलने वाले प्रचारक शाही अन्दाज़ में चलने लगे हैं। उनकी पार्टी से लोग नहीं पूछते कि इतना शाही अन्दाज़ जीवन के लिए पैसा कहाँ से आया?
लेकिन पूछे कौन? जो पूछेगा वो या तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा या फिर मारकर सेप्टिक टैंक में फेंक दिया जाएगा। थोड़ा हल्ला-गुल्ला होगा। सवाल पूछने वाले सबसे पहले निपटाए जा रहे हैं आज के समय में। फिर सब उसी तरह चलता रहेगा।
इस बीच कश्मीर में बर्फ़ के दृश्य दिख रहे हैं। हमको अपना कश्मीर की घुमाई याद रही है। याद आ रहा है कि कैसे पुराने श्रीनगर में एक बच्ची ने मेरा चश्मा छीनकर अपने लगा लिया था। लौटाते हुए मेरे पेट पर तबला जैसा बजाते हुए पूछा था, ये क्या है? एक बुजुर्ग की कही बात भी याद रही है, देश की आबादी के किसी हिस्से को अनदेखा करते हुए लिए गए निर्णय किसी भी जम्हूरियत के लिए ठीक नहीं।'
ज्योतिषी जी बता रहे हैं मिथुन राशि में यात्रा के योग हैं। निर्धन को दान करने से दिन अच्छा होगा। कर्क राशि में धन प्राप्ति के योग हैं। सिंह राशि में स्वास्थ्य ख़राब होने की जानकारी है। कन्या राशि का शुभ रंग फ़िरोज़ी है। तुला राशि में धन की स्थिति उत्तम होगी। शुभ रंग होगा गुलाबी।
आपकी राशि क्या है?

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