आज सर्वहारा पुलिया पर दिल्ली से आये बुर्जुआ लोगों ने कब्जा कर लिया। मजबूरन सर्वहारा रामफ़ल यादव को अपनी ठेलिया सामने लगानी पडी। — संतोष त्रिवेदी और Satish Saxena के साथ.
- Indra Awasthi, Rajiv Chavan, Girish Singh और 88 अन्य को यह पसंद है.
- Harivansh Sharma बैठक- धन्य भाग्य पुलिया के।
अनूप जी आप के भी आभारी हुवे,जो पुलियां पर न बिठाते दिल की बात दिल में ही रह जाती। - अनूप शुक्ल जब बुर्जुआ लोगों ने कब्जा कर लिया पुलिया पर तो सर्वहारा साइकिल,ठेला कैसे दिखेगा? Lalit Sharma
- अनूप शुक्ल जब वंचितो का पक्षधर बुर्जुआ बन जाये तो "वंचितों के प्रति" कविता कौन लिखेगा? Nishant Mishra
- अनूप शुक्ल ऐसा न होगा। पुलिया के साथ तमाम लोगों की संवेदनायें जुडी हैं। वे उसकी रक्षा करेंगी। सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी
- Kiran Dixit Pata nahi kya hai is puliya mey jo her vyakti is puliya mey chumbak ki tareh chipak jata hai.
- Satish Saxena अनूप शुक्ल के कामों की वज़ह जानना इत्ती भी आसान नहीं ….
इस जगह को मशहूर बनाकर, रामफल के सामने अपना फलों का ठेला लगाया जाय इसके अलावा और क्या वज़ह हो सकती है ?
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