आज
सुबह ये भाई साहब पुलिया पर सर झुकाये अपने किसी साथी का इंतजार कर रहे
थे। मुंह में फ़ुल मसाला भरे रिछाई की किसी कम्पनी में पैकिंग का काम करते
हैं। हमने पूछकर फ़ोटो खींचा तो परमिशन तो दे दिये लेकिन फ़िर बताये कि डर
लगता है। पता नहीं कौन किस मामले में फ़ंसा दे। पुलिस को रिपोर्ट कर दे कि
डिफ़ेस इलाके में कुछ गड़बड़ कर रहे थे। फ़ालतू में थाना-कचहरी करते घूमो।
हमने जब बताया कि ऐसा नहीं है। हम ऐसे ही बतियाते हैं पुलिया के लोगों से। फ़ोटो दिखाये तो तसल्ली से मुस्कराये। मन तो किया कि मुस्कराते हुये भी फ़ोटो खैंच लें लेकिन दफ़्तर की देरी हो रही थी सो निकल लिये।
नाम पूछने पर बताया सूरज भान पटेल। बतियाते हुये हमको अंकल जी भी बोला दो तीन बार।
हमने जब बताया कि ऐसा नहीं है। हम ऐसे ही बतियाते हैं पुलिया के लोगों से। फ़ोटो दिखाये तो तसल्ली से मुस्कराये। मन तो किया कि मुस्कराते हुये भी फ़ोटो खैंच लें लेकिन दफ़्तर की देरी हो रही थी सो निकल लिये।
नाम पूछने पर बताया सूरज भान पटेल। बतियाते हुये हमको अंकल जी भी बोला दो तीन बार।
- Samir Kumar Singh, Rajkishor Live, Preeti Barthwal और 62 अन्य को यह पसंद है.
- Vivek Singh पुलिया पर थोड़ा साफ सफाई भी करवा दीजिए । देश का प्रधान-सेवक सफाई सफाई चिल्लाकर हलकान है ...
- Kiran Dixit Pullia aur pullia se cherchit huaa her vyaki hum ko bahut priy lagney laga hai.kash hum bhi pullia ke pas se gujertey to hum bhi cherchit ho jate Yesa lagav to shayad insan se bhi n hota jitna is pullia se hai .Uska uncle kahna kuch jama nahi , bhai saheb bhi keh sakta tha .
- Lalit Sharma कैसा बुड़बक है, दसवां जनमदिन आज्जे मन रहा है अभी तो आप बालिगे नहीं हुए हैं, और अंकल भी बोल दिया, धर के चमाट देना था कान के नीचे
- Vijay Tiwari भाईयो और बहनो।
परसाई के शहर की पुलिया है ये।
यहाँ व्यंग्य का भूत कहीं भी लग सकता है।...और देखें - Ashok Kungwani ये बात, अब कर लो बात. पुलिया के फोटो खींचते- खींचते अंकल जी बना दिये गये — अनूप जी. मेरी सहृदय सदभावना आपके साथ है. यूँ ही लगे रहिये एक दिन ये पुलिया अवश्य सिद्ध घोषित हो जायेगी.
- अजय कुमार झा अंकल जी .........................दो तीन बार मुकदमा ठोंकना तो बनता है जी ई बात पर ...लेकिन चलिए पुलिया नायक हैं सो एक बार के लिए बिसराया जाए
- Sheel Kumaar हाय अंकल , अजब दस्तूर देखा है इस बुढ़ापे के आलम का , न हम बिस्तर से उठते हैं न बिस्तर हम से उठता है !!!!
- Ramesh Sharma Aapka shagal bhi lajawab hai.
.......maan gaye jahan na pahuche dhoop vahan pahuche anoop.....pls keep doing.. - Virendra Bhatnagar अंकल जी का भी तो कुछ फ़र्ज़ बनता था, अरै कम से कम इत्ता तो पूछे होते, "कौन किलास में पढ़त हौ लल्ला, इस्कूल़-उस्कूल जावत हौ कि नाहीं ?"
- Jitendra Kumar Armapur me apki poem suni thi ab nai roop me pulia kathanak ke rachaita bane. Ab apko pulia ke age barna hoga sir.
- Subi Samuel is pulia ko ab world heritage mein hona chahiye. atleast indian heritage tho hona chahiye
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