दरवज्जा खोलते ही #सूरज
भाई धड़धड़ा के अन्दर घुस गये। अंग्रेजो के जमाने के जेलर की तरह। साथ में
उजाले, रोशनी, प्रकाश और न जाने कित्ते दायें-बायें। सूरज भाई बोले अंधेरे
के खिलाफ़ सर्च वारंट है। गिरफ़्तार करने आये हैं। हमने कहा - अरे भाई अंधेरा
तो तुमको देखते ही फ़ूट लिया जैसे प्राइम टाइम की बहस से कायदे की बात।
सूरज भाई मुस्कराते हुये साथ में चाय पी रहे हैं। किरणें बाहर कड़क्को खेल
रही हैं। आपस में धौल धप्पा कर रही हैं। यहां से वहां तक, न जाने कहां-कहां
तक
- Arjun Paswan, Vinay Rai और 44 और को यह पसंद है.
- Suresh Sahani सूरज भैया भी हिप्पोक्रेट्स ही हैं,बंगला देखे घुस लिए। हम कब से ठण्ड में दरवाजा आधा खोल के बैठे हैं। नहीं आ रहे हैं।
- ज्ञानेन्द्र मोहन 'ज्ञान' अरे जनाब, सन्डे है, कैमरा उठाके फोटू ओटू खान्चिये। यार दोस्त भी देखें.. जबलपुर आज कैसा दीख रहा है।
- Salman Farooqui Shubh prabhat. Aapki achchi dosti hai suraj ji se isiliye to woh udhar hi thahrey hain idhar aaney ka naam hi nahi le rahe
- Brahmarshi Shukla आजकल सूरज भी लिहाफ ओढ़ कर आता है , इसीलिए तो अंधकार अब कम ही घबराता है !! धरातलीय हकीकत ये है मेरे भाई , अधेरा बिखरा चारो और ..... गिरफ्तारी से नही डरता वो , क्योंकि जमानत के कागजात वो जेब में ही सहेजें हुए है !!
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