सुबह
सूरज भाई दिखे। पत्तों के बीच से झांकते हुए सूरज भाई ऐसे लग रहे थे जैसे
बंकर में तैनात कोई सिपाही अपनी मुंडी निकालकर दुश्मन का जायजा ले रहा हो।
उसके फ़ौरन बाद उन्होंने रोशनी,उजाला,किरणों,ताजगी की फायरिंग शुरु कर दी।
देखते-देखते सारा अंधियारा धराशायी हो गया। इसके बाद तो सूरज भाई अपना सीना
चौड़ा किये पूरे आसमान पर चक्रवर्ती सम्राट की तरह टहलने लगे।
पूरी कायनात के पेड़,पौधे,पत्तियाँ हिल-हिल कर सूरज भाई का अभिनन्दन करने लगे। पक्षीगण सूभो,सूभो चिल्लाते हुए सूरज का स्वागत किया।
हम चाय का कप हाथ में थामें सूरज भाई का इंतजार कर रहे हैं कि वो आयें तो साथ में चाय पियें।
पूरी कायनात के पेड़,पौधे,पत्तियाँ हिल-हिल कर सूरज भाई का अभिनन्दन करने लगे। पक्षीगण सूभो,सूभो चिल्लाते हुए सूरज का स्वागत किया।
हम चाय का कप हाथ में थामें सूरज भाई का इंतजार कर रहे हैं कि वो आयें तो साथ में चाय पियें।
- आप, Mahesh Jadhav, Rajkrishna Dikshit और 49 और इसे पसंद करते हैं.
- Virendra Bhatnagar सूरज भाई यूँ तो हमेशा तमतमाये रहते हैँ पर आज शायद अच्छे मूड में थे फोटो अच्छा आया है ।
- अनूप शुक्ल इतवार को काम का उतना बोझ नहीं रहता सूरज भाई पर इसलिए थोडा कूल मूड में दिख रहे हैं सूरज भाई। Virendra Bhatnagar
- अनूप शुक्ल दिन में सूरज भाई चीनी सामान्य लेते हैं। शाम को चीनी कम लेते हैं। बुजुर्गाना अन्दाज में। Priyam Tiwari
- सलिल वर्मा इनकी बौछारों के चिह्न पुलिया पर भी दिखते होंगे न! तो "एक प्याली-पुलिया वाली" बनती है सुकुल जी!!
- Kiran Dixit जब सूरज भाई के निकलने से पशु पक्षी ,पेड़ पौधे ,फूल पत्ती सब खुश होकर स्वागत करने लगे तो तुम्हारे लिए सूरज भाई क्यों नहीं चाय के लिए साथ देने आऐ?!!!!!!!
- Shailendra Kumar Jha peron ke jhurmut se jhank rahe hain 'suraj dada' .......... ke kab "fursatiyaji" ke saath chai ki dawat urai jai...............
- Ram Kumar Chaturvedi · 4 पारस्परिक मित्रपुलिया कहां है। क्या भूलगये।
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