मेस से निकलते ही ये छोटी पुलिया। सर्वहारा पुलिया के पहले। जैसे दिल्ली के पहले गाजियाबाद। मुम्बई के पहले ठाणे। साईकिल उठा के चलते हुए गमछा लपेटे भाई जी बोले--"परेशान हो गए बिमारी में। सर घूमता रहता था। मुंह टेढ़ा हो गया।"
- Krishn Adhar मैं जव तमिलनाडु में पोस्टिंगपर(1985)गया तो एक विचार वार वार आया-सारे भारत मे लाचारी और गरीवी को वांटने मे सरकार ने कितनी वड़ी ईमानदारी दिखाई,कोई वेईमानी नही विल्कुल एक जैसी और वरावर।
- Alok Puranik बरसों पहले दूरदर्शन पर एक प्रचार-गीत आया करता था-एक चिड़िया, अनेक चिड़िया, अब अनूपजी एक नया गीत गढ़िये-एक पुलिया, अनेक पुलिया.............................
- Vivek Ranjan Shrivastava फुरसतिया जी आप तो पुलिया के फोटो लगाकर लोगो को बीजी कर देते हैं ....और खुद नई पुलिया ढूंढने निकल पड़ते हैं ऐसा लगता है
- Shrish Benjwal Sharma आज से सौ सालों बाद इस पुलिया पर एक समाधि बनेगी और इसे फुरसतिया बाबा की पुलिया के नाम से जाना जायेगा। दूर-दूर से भक्तगण अपनी मनोकामनायें लेकर इस पुलिया पर आया करेंगे, सालाना मेला लगा करेगा।
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