आगे भाई जी हमारे साथ चलते हुये आये। बताया कंचनपुरा में मजूरी करते हैं। हफ्ते में पन्द्रह सौ मिलते हैं। मतलब रोज के 250 ।न्यूनतम वेतन 273 रुपया है अकुशल मजदूर का। सरकार/समाज के बस का नहीं न्यूनतम वेतन लागू करवा पाना।
- Amit Chaturvedi सर आपसे एक बात पूछनी थी..जब सरकार ने न्यूनतम मजदूरी 273 रूपये तय कर दी है तो फिर सरकारी डिपार्टमेंट ठेका मजदूरों के लिए टेंडर क्यूँ निकलते हैं और फिर L1 को टेंडर दिया जायेगा तो मजदूर को न्यूनतम मजदूरी कैसे मिलेगी..
- Kajal Kumar जब काम पर जाने का मन नहीं होता तो ठीक ऐसे ही लगता है कि रास्ते में कहीं गाड़ी से उतर कर ऐसी ही किसी पुलिया पर सुस्ता लूं और फिर वहीं से वापस घर लौट जाउं ....
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