भाईसाहब के मोबाईल में गाना बज रहा था -"बाली उमर को सलाम।" बोले -"पुरानी पिक्चर के गाने अच्छे लगते हैं।" साथ के साईकिल वाले भइया साइकिल से जा रहे थे। वे भी रूककर गाना सुनने लगे और फोटो सेशन में शामिल हो गए।
- Vivek Chouksey Abhinav Raj इतना घमंड किस बात का भाई? मात्र छह घंटों की प्यास और दो दिन की भूख हमें और तुम्हे भी इनके लेवल पर ले आएगी। इनकी ज़िंदगी जी कर देखो, पाओगे की यही असल इंसान हैं और अपने जैसे लोग केवल छायाएं,,,, या आपके शब्दों में कार्टून।
- सलिल वर्मा माने अच्छे दिन आ गये हैं!! लोग गाने सुन रहे हैं, रुककर फोटू खिंचवा रहे हैं!! एक बार प्रेम से बोलिया पुलिया माई की जय!!
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