आज पुलिया पर यह महिला बैठीं दिखीं।
- बेचैन आत्मा बच कर रहिये। फटोग्राफी का यह शौक खतरनाक है। महिला आप को तजबीज चुकी हैं। अगली बार फिर दिखे तो शोर मचा सकती है....यही है..जो कल मेरी फोटू खींच कर भागा था।
- Dhirendra Pandey कुछ दिन बाद इसे पुलिया पर लिखा मिलेगा मशहूर ब्लागर व पुलिया छविकार फुरसतिया उर्फ कट्टा कानपुरी का छवि प्रेरणा स्थल |
- अनूप शुक्ल ये पुलिया सर्वहारा पुलिया है। यहाँ बैठने के लिए किसी की इजाजत लेने की किसी की जरूरत नहीं।Kajal Kumar
- Masijeevi Hindi इस पुलिया का वही हाल किए दे रहे हैं जो कभी कानपुर के गुलमोहर सरीखा कर देने पर उतारू हैं। बाकी पुलिया जी एम साहब द्वारा सौतेले व्यवहार के विरोध में हड़ताल पर चली जाएंगी
- Mazhar Masood आप इस पुलिया की परिक्रमा कब तक करें गे यहाँ आ जाइये कल से १०० वर्ष पूरे होने का पर्व शुरू हो रहा है
- Nirupma Pandey अहा सही किया आपने जो महिला की भी फोटो डाल दी नहीं तो जल्दी ही gender biase का आरोप लगने वाला था
- Md Shabbir अच्छा त ई बात रहा.................मनै अब जिन आयो ई पुलिया मा..............इति पुलियाय नम:
- Neeraj Goswamy रोज रोज इस पर और इसके आस पास पुरुष देखने की आदत हो गयी थी --- आज परिवर्तन के तौर पर महिला दिखाई दी -- क्या सचमुच परिवर्तन होने वाला है
- Virendra Bhatnagar शीघ्र ही जबलपुर के दर्शनीय स्थलों में शुमार हो जायेगी यह पुलिया...अगर आप इस के बारे में इसी तरह लिखते रहे तोऽ
- पूर्णिमा वर्मन आपकी इस पुलिया शृंखला से मुझे सुधांशु उपाध्याय की कविता याद आ रही है-
पुल कभी खाली नहीं मिलते... - Krishn Adhar जीवन के थोड़े कपड़ों से मैले पर श्रम के प्रकाश से जगमग चित्रों के लिये आप का फेसवुकीय योगदान निश्चित श्लाघनीय है ।मै इनमें खो जाता हूं।
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