इस साल अभी तक एक भी आम चखा नहीं था। दशहरी आम देखते ही मन ललचा गया। आम लेने के बाद बतियाये कुछ देर। बोले ठेले पर दस हजार के आम हैं। दो हजार के केले। उम्र के चलते ठेला खीँच नहीं पाते। भतीजा आता है ठेले को ठेल कर ठीहे पर पहुंचवाने। 110/-रोज का देते हैं उसको।दो बच्चे फैक्ट्री में प्राइवेट काम करते हैं।ऊँचा सुनते हैं रामफल तो जोर से बोलना पड़ता है ग्राहक को।रोज के ग्राहक इशारे में बात करते हैं। एक किलो माने एक ऊँगली। दो किलो माने दो।आधा किलो माने ऊँगली पर क्रास का इशारा। इशारे से बात करने को रामफल ने बताया -"उधार की चल रही है जिन्दगी।"
- Pranav Singh Sir i also had one sided communication with this man, laga dono ne alag hi channel pakda hua hai.
- Krishn Adhar राम फल जी का फल -व्यापार उचित ही है,पर आप का वेटा सवसे जैसे रामफल इत्यादि से यह सव वातें(फिजूल)करे तो आप उसे क्या वोलें गे....।
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