और मजाक मजाक में यह किताब आ ही गयी। आज लोकप्रिय व्यंग्यकार आलोक पुराणिक के जन्मदिन के मौके पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की झलक सी पेश करती किताब।
आलोक पुराणिक को जन्मदिन की शुभकामनाएं।
250 पेज की इस किताब में आलोक पुराणिक के अपनों के लेख हैं। इन अपनों में आलोक पुराणिक की माताजी से शुरु करके उनकी बिटिया और उनके साथ जुड़े 31 लोगों के लेख हैं। आलोक पुराणिक के कई इंटरव्यू हैं जिनमें से सबसे ताजा कल ही लिया गया है जिसके लिए आलोक पुराणिक से खासतौर पर कड़ी धूप में 'बाईक मॉडलिंग' भी करवाई गयी।आठ महीने के आलोक पुराणिक से लेकर 51 के आलोक के कई यादगार फ़ोटो हैं, 'व्यंग्य श्री सम्मान' अनूप शुक्ल की शानदार टाइप रिपोर्टिंग है, आलोक पुराणिक के चुनिंदा लेख हैं। इसके अलावा गालिब के प्रशंसक आलोक पुराणिक के शेर भी दहाड़ते मिलेंगे किताब में।
किताब फिलहाल 'ई बुक' फार्म में रुझान प्रकाशन पर उपलब्ध है। मात्र 51 रुपये में अपने ईमेल खाते में उतार सकते हैं यह किताब। जिन साथियों ने अपने लेख या इंटरव्यू के लिए सवाल भेजे थे उनकी लेखकीय प्रति उनके ईमेल में भेज दी गयी है। किताब से जो भी रायल्टी मिलेगी वह स ही शामिल लेखकों में बराबर मतलब बिल्कुल बराबर-बराबर बंटेगी इसलिए अपनी ईबुक जो आपको मेल में मिली वह किसी और को न भेजें। जो मांगे उसको सरिता -मुक्ता वाला विज्ञापन याद दिलायें -" क्या आप मांगकर खाते हैं, क्या आप मांगकर पहनते हैं तो फिर आप माँगकर पढ़ते क्यों हैं?
किताब का प्रिंट संस्करण भी क्या पता जल्द ही आ जाये। तब तक आप 'ई बुक' से ही काम चलाइये।
किताब में शामिल सामग्री आप इस लिंक पर पहुंचकर देख सकते हैं और फिर मन करे तो किताब आर्डर भी कर सकते हैं। किताब पसन्द न आने पर पैसे वापस करने की सुविधा फिलहाल तो नहीं है लेकिन मुझे लगता नहीं है कि ऐसी कोई नौबत आएगी।
तो फिर अब देर किस बात की। आप फौरन इस लिंक पर पहुंचिए और किताब देखिये , ख़रीदिए और अपने साथियों को भी बताइये।
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