ये लो पेश हुआ बजट
एक बवाल गया निपट
अब चलो तुम करो बुराई
औ तुम तारीफ़ फटाफट।
एक बवाल गया निपट
अब चलो तुम करो बुराई
औ तुम तारीफ़ फटाफट।
बोलो बजट बड़ा झकास है
विकास के लिए नई आस है
इसमें सबके लिए कुछ खास है
समेटे नई उमंग है, उल्लास है।
विकास के लिए नई आस है
इसमें सबके लिए कुछ खास है
समेटे नई उमंग है, उल्लास है।
चलो तुम करो विरोध इसका
कहो-बजट नहीं, बकवास है
देश का करेगा सत्यानाश है
होगा देश का पक्का विनाश है।
कहो-बजट नहीं, बकवास है
देश का करेगा सत्यानाश है
होगा देश का पक्का विनाश है।
तुम बोलो ये अच्छा किया
वो बोलेगा ये बुरा किया
बजट तो बस झुनझुना है
सम्हालो अब तुमसे ही आस है।
वो बोलेगा ये बुरा किया
बजट तो बस झुनझुना है
सम्हालो अब तुमसे ही आस है।
-कट्टा कानपुरी
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