1. जो याचक है,पीड़ित है, परेशान है उसे घंटा बजाना आना चाहिए। Brajesh Kanungo
2.पर-निंदा एकदम मीठे खाज की तरह होती है | इसे जितना अधिक खुजाओं, उतना अधिक मीठी कशिश देती है| राजेश सेन
3.नोटबंदी अपनी पैदाइश से ही प्रमेह और पेंचिश जैसे गरिष्ठ रोगों का शिकार है | अब उसे कैशलेस के प्रतिरोधक टीके लगाए जा रहें हैं | ई-ट्रांजेक्शन का ओआरएस घोल पिलाया जा रहा है | राजेश सेन
4. बेरोजगारी की वर्षा मे आदमी राजनीति की छतरी ढूँढता है। Abhishek Awasthi
5.शराफ़त जितनी जल्दी छोड़ी वे उतनी जल्दी जी आत्मविकास के उच्चतर सोपान पर पहुंचे। DrAtul Chaturvedi
6. औसत से ज्यादा प्रदर्शन राजनीति में व्यक्ति को अपच का शिकार कर देता है। DrAtul Chaturvedi
7. राजनीति मिशन से कमीशन होते हुये अब प्रोफ़ेशन और फ़ैशन बन गयी है। DrAtul Chaturvedi
8. आने वाले समय में रोबोट बच्चे तैयार किये जाएँगे, जिन्हें अडॉप्ट करके लोग अपनी नाक ऊँची करने में कामयाब भी होंगे और जीनियस बच्चे के माँ बाप कहलाने का गौरव मिलेगा, सो अलग .. अर्चना चतुर्वेदी
9. नेता नौकरशाहों को सरकार बनने पर देख लेने की जिस तरह धमकी देता है उसी तरह लेखक अपने विरोधियों को पत्रिका निकालने की धमकी देता है! Arvind Tiwari
10. (नेता की) खास पहचान है रंगहीन होते हुए भी ये सभी रंगों को मिलाकर काला रंग बनाते है और सफेदपोश कहलाते है Arifa Avis
11. पहले बच्चे को बोलना सिखाया जाता है और जब वो बोलना सीख जाता है तो उसे न बोलना सिखाने की जरुरत पड़ती है Yamini Chaturvedi
https://www.facebook.com/anup.shukla.14/posts/10210863311552293
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